नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में सर्दियों के दौरान प्रदूषण से बनने वाले दमघोंटू माहौल को रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने विंटर एक्शन प्लान तैयार किया है. इसे अंतिम रूप देने का काम कई दिनों से चल रहा था. अब यह तैयार हो चुका है. 27 सितंबर को इसकी औपचारिक रूप से घोषणा की जाएगी. इसमें प्रदूषण से निपटने के लिए वाहनों पर लागू होने वाले ऑड-इवन तथा कृत्रिम बारिश करने को अंतिम विकल्प के रूप में बताया गया है.
प्रदूषण की निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल: पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने विंटर एक्शन प्लान को लेकर पर्यावरण विभाग और डीपीसीसी विभाग के साथ संयुक्त बैठक की थी, जिसमें इसे अंतिम रूप दिया गया है. पर्यावरण मंत्री के अनुसार सर्दियों में होने वाली प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए 21 बिंदुओं पर आधारित विंटर एक्शन प्लान तैयार है. इस बार प्रदूषण को कम करने को लेकर पहली बार 13 हॉटस्पॉट पर प्रदूषण की निगरानी के लिए ड्रोन द्वारा मॉनिटरिंग की जाएगी.
स्पेशल टास्क फोर्स का गठन: साथ ही प्रदूषण को रोकने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा. वर्ष के विंटर एक्शन प्लान में हॉटस्पॉट, वाहन व धूल प्रदूषण, वर्क फ्रॉम होम, पराली व कूड़ा जलाना,औद्योगिक प्रदूषण, वाररूम व ग्रीन एप को उन्नत बनाना और केंद्र सरकार व पड़ोसी राज्यों से संवाद एवं इमरजेंसी उपाय के तौर पर ऑड-ईवन की तैयारी और कृत्रिम वर्षा फोकस बिंदु में शामिल है.
विंटर एक्शन प्लान के तहत मुख्य तौर पर 21 बिंदु चिन्हित किए गए हैं. जिस पर सरकार आगामी दिनों में प्रमुखता के साथ काम करेगी.
- हॉट स्पाट का ड्रोन के द्वारा मानिटरिंग: हॉट स्पॉट पर निगरानी का काम करने के लिए पर्यावरण, डीपीसीसी, एमसीडी, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस, डीडीए, डीएसआईआईडीसी को नोडल एजेंसी के तौर पर नियुक्त किया गया है.
- प्रदूषण को रोकने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन: इसके लिए नोडल एजेंसी पर्यावरण विभाग को नियुक्त किया गया है.
- धूल प्रदूषण पर नियंत्रण: धूल प्रदूषण के लिए पीडब्लूडी, एमसीडी, डीसीबी, एनडीएमसी, डीडीए, सीपीडब्लूडी, आई एन्ड एफसी, डीएसआईआईडीसी, दिल्ली जल बोर्ड, दिल्ली मेट्रो, एनएचएआई, और राजस्व विभाग को नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है.
- मोबाईल एंटी स्मॉग गन का संचालन: पीडब्लूडी, एमसीडी,को नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है.
- वाहनों से होने वाले प्रदूषण पर नियंत्रण: नोडल एजेंसी के तौर पर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस, ट्रांसपोर्ट विभाग, डीआईएमटीएस, डीटीसी, दिल्ली मेट्रो को नियुक्त किया गया है.
- पराली: पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण की समस्या को लेकर विकास एवं राजस्व विभाग को नोडल एजेंसी बनाया गया है.
- ग्रीन वार रूम और ग्रीन दिल्ली ऐप: इसको और बेहतर बनाने के लिए डीपीसीसी को नोडल एजेंसी के तौर पर नियुक्त किया गया है.
- औद्योगिक प्रदूषण के लिए नोडल एजेंसी के तौर पर एमसीडी, राजस्व, डीएसआईआईडीसी और डीपीसीसी को नियुक्त किया गया है.
- हरित क्षेत्र को बढ़ाना/ वृक्षारोपण: दिल्ली में हरित क्षेत्र को बढ़ाने पर ज़ोर देते हुए वन विभाग को नोडल एजेंसी के तौर पर नियुक्त किया गया है.
- रियल टाईम सो सोर्श अपोरशमेंट स्टडी: डीपीसीसी को नोडल एजेंसी के तौर पर नियुक्त किया गया है.
- ई-वेस्ट ईको पार्क: भारत का पहला ई वेस्ट ईको पार्क जीरो वेस्ट पॉलिसी पर बनाया जा रहा है. इसकी नोडल एजेंसी पर्यावरण विभाग, डीएसआईआईडीसी और एमसीडी को नियुक्त किया गया है.
- पटाखे पर प्रतिबंध: पटाखे जलाने पर रोक लगाने के लिए भी पर्यावरण विभाग, डीपीसीसी और दिल्ली पुलिस को नोडल एजेंसी के तौर पर नियुक्त किया गया है.
- जन भागीदारी: इसके लिए नोडल एजेंसी पर्यावरण विभाग/ डीपीसीसी को नियुक्त किया गया है.
- केन्द्र सरकार और पड़ोसी राज्यों के साथ संवाद: नोडल एजेंसी पर्यावरण विभाग को नियुक्त किया गया है.
- हरित रत्न पुरस्कार: नोडल एजेंसी पर्यावरण विभाग को नियुक्त किया गया है.
- ग्रेप का क्रियान्वयन
- ओपन कूड़ा बर्निंग: इसके लिए नोडल एजेंसी के तौर पर एमसीडी, एनडीएमसी, डीसीबी, विकास विभाग, आई एन्ड एफसी, दिल्ली फायर सर्विस, डीडीए एवं राजस्व विभाग को नियुक्त किया गया है.
- वर्क फार्म होम (प्राईवेट संस्थाओं के लिए)और ऑफिस टाईम में बदलाव: नोडल एजेंसी पर्यावरण विभाग को नियुक्त किया गया है.
- वालेंटरी व्हीकल रिस्ट्रिक्शन: नोडल एजेंसी पर्यावरण विभाग , ट्रांसपोर्ट और ट्रैफिक पुलिस
- ऑड-ईवन की तैयारी: पर्यावरण और ट्रांसपोर्ट विभाग को नोडल एजेंसी
- कृत्रिम वर्षा: पर्यावरण विभाग को नोडल विभाग नियुक्त किया गया है.
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