नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) को बुधवार को जारी क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग में 25 विषयों में दुनिया के श्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में जगह दी गई है. इनमें से चार विषय लॉ, इंजीनियरिंग, राजनीति और अंतरराष्ट्रीय अध्ययन और संचार व मीडिया अध्ययन ऐसे हैं, जिनमें पहली बार डीयू को क्यूएस रैंकिंग में शामिल किया गया है. इसके अलावा नौ विषयों में प्रदर्शन पिछले साल की तुलना में काफी सुधरा है. जबकि, एक विषय में डीयू की रैंकिंग पिछली बार के मुकाबले कम भी हुई है.
जबकि, 11 विषयों में पिछले साल के बराबर ही रैंक रही है. हालांकि, ओवर ऑल परफॉर्मेंस की बात करें तो डीयू का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है. डीयू में 25 विषयों की पढ़ाई को दुनिया के विश्वविद्यालयों में श्रेष्ठ बताया गया है. ऐसे में बहुत से लोग यह जानने के लिए उत्सुक हैं. आखिर डीयू के वे 25 विषय कौन-कौन से हैं, जिनको क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग में उत्कृष्ट बताया गया है.
वैश्विक उच्च शिक्षा विश्लेषक क्वाक्यूरेली साइमंड्स (क्यूएस) द्वारा 10 अप्रैल को विषय के आधार पर क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 का संस्करण जारी करते हुए बताया गया है कि यह संस्करण 16,400 से अधिक व्यक्तिगत विश्वविद्यालय कार्यक्रमों के प्रदर्शन पर स्वतंत्र तुलनात्मक विश्लेषण प्रदान करता है, जो वैश्विक स्तर पर 96 स्थानों में 1500 से अधिक विश्वविद्यालयों के छात्रों द्वारा लिए गए हैं. इनमें दुनिया भर के 55 शैक्षणिक विषयों और पांच व्यापक संकाय क्षेत्र शामिल हैं. उल्लेखनीय है कि डीयू कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने वर्ल्ड रैंकिंग में डीयू के स्तर में सुधार को लेकर जानकारी दी थी.
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इस तरह होती है क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग की गणना: क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग किसी दिए गए वर्ष के लिए दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों के बारे में बात करती है. साथ ही ऑनलाइन सबसे अधिक खोजी जाने वाली रैंकिंग में से एक है. क्यूएस विश्व रैंकिंग में पांच सरल मैट्रिक्स को ध्यान में रखकर तैयार की जाती है.
ये हैं पांच मानदंड जिनके आधार पर तय होती है क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग
शैक्षणिक प्रतिष्ठा 40 प्रतिशत
नियोक्त प्रतिष्ठा 10 प्रतिशत
संकाय/छात्र अनुपात 20 प्रतिशत
प्रति संकाय उद्धरण 20 प्रतिशत
अंतरराष्ट्रीय संकाय अनुपात-अंतरराष्ट्रीय छात्र अनुपात 10 प्रतिशत
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