नई दिल्ली: दिल्ली में इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा 1300 से 1650 हो जाएगा. बुधवार को दिल्ली सरकार की ओर से 350 नई इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी देकर सड़क पर उतर जाएगा. इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से राजधानी में वायु और ध्वनि प्रदूषण पर लगाम लगेगा.
प्रदूषण की रोकथाम को लेकर वर्ष 2025 तक केजरीवाल सरकार दिल्ली में 8000 इलेक्ट्रिक बसें चलाना चाहती है. इसके लिए सरकार की ओर से हर माह दिल्ली की सड़क पर नई इलेक्ट्रिक बसें उतारने की तैयारी की गई है. इससे पहले, दिल्ली सरकार की 22 जनवरी को इंडिया गेट से 350 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी देकर सड़क पर उतरने की योजना थी, लेकिन गणतंत्र दिवस के चलते सुरक्षा कारणों से इसे स्थगित कर दिया गया था.
इसके बाद 2 फरवरी को 350 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी देने की योजना बनाई गई थी. इसकी जानकारी दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ट्वीट कर दी थी. लेकिन, 2 फरवरी को आम आदमी पार्टी की ओर से भारतीय जनता पार्टी के मुख्य कार्यालय का घेराव किया गया था, जिससे इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी नहीं दिखाई जा सकी थी.
अब दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने एक बार फिर से ट्वीट कर जानकारी दी कि 350 इलेक्ट्रिक बसों को 14 फरवरी को हरी झंडी देकर सड़क पर उतारा जाएगा. अब दिल्ली की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसों की संख्या 1650 हो जाएगी. दिल्ली में अभी दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन यानी डीटीसी के अधीन 1300 इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली की सड़कों पर चल रही हैं.
परिवहन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, वर्ष 2025 तक दिल्ली में 10,480 बसों के संचालन का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें 80 प्रतिशत इलेक्ट्रिक बसें होंगी. इन इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से प्रतिवर्ष 4.67 लाख टन कार्बन डाइऑक्सिजन के उत्सर्जन में कमी आएगी.