नई दिल्ली: दिल्ली के साकेत इलाके में पानी की भारी किल्लत से लोग परेशान हैं. साकेत के D, G, J और अन्य ब्लॉकों के लोग ना केवल पानी की अनुपलब्धता से जूझ रहे हैं, बल्कि उन्होंने इस समस्या के समाधान के लिए सरकार से गुहार भी लगाई है. स्थानीय निवासियों ने नारेबाजी कर पानी की आपूर्ति बहाल करने की मांग की है.
पानी की कमी से लोग परेशान: इस क्षेत्र में पानी की किल्लत का मुख्य कारण दो ट्रीटमेंट प्लांट्स में चल रही सफाई और यमुना में उच्च प्रदूषण स्तर बताया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक प्रभावित क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति में सुधार नवंबर 1 के बाद ही हो पाएगा। इस स्थिति के चलते साकेत के निवासियों को अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि ट्रीटमेंट प्लांट की सफाई करनी थी, तो पहले से पानी की व्यवस्था क्यों नहीं की गई? उन्होंने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि यह समस्या कई दिनों से जारी है, और इसके समाधान के लिए सरकार को तत्काल कदम उठाने चाहिए.
दिल्ली के अन्य प्रमुख क्षेत्रों जैसे कि ग्रेटर कैलाश, वसंत कुंज, कालकाजी, और लाजपत नगर भी इस पानी की किल्लत से प्रभावित हैं. स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्हें बुनियादी आवश्यकताओं के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है. इस गंभीर मुद्दे पर प्रशासन को ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि नागरिकों को राहत मिल सके. आम लोगों ने निवासियों से की अपील है कि इस स्थिति का समाधान जल्द से जल्द किया जाए.
बता दें राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में 1 नवंबर यानी दिवाली तक पानी सप्लाई बाधित रहेगी. दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक, दिवाली तक जिन क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति प्रभावित होने की संभावना है, उनमें पूर्वी दिल्ली, उत्तर पूर्वी दिल्ली, दक्षिण दिल्ली और एनडीएमसी का क्षेत्र शामिल है.
दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक, भागीरथी और सोनिया विहार जल संयंत्र अब 31 अक्टूबर की मध्यरात्रि तक अस्थायी रूप से कच्चे पानी के लिए यमुना पर निर्भर हैं. लेकिन, यमुना के पानी में अमोनिया की मात्रा अधिक होने की वजह से इसे उपचारित करना मुश्किल है. इसलिए, भागीरथी और सोनिया विहार में उत्पादन क्षमता को 30 प्रतिशत तक कम किया गया है. दिल्ली जल बोर्ड ने इसके लिए खेद भी जताया है
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