जबलपुर। लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम के पहले ही कई नेताओं ने केंद्र में मंत्री बनने के लिए शेरवानी सिलवा ली है. हो सकता है कि एमपी के इन 3 बड़े नेताओं को मौका मिले और हो सकता है कि विधानसभा चुनाव की तर्ज पर इन बड़े नेताओं की आशाओं पर पानी फेर दिया जाए. फिर भी मध्य प्रदेश के इन नेताओं ने तैयारी पूरी कर ली है बस टिकट कटाना बाकी रह गया है. जनता यह जानना चाहेगी कि ज्योतिरादित्य सिंधिया, वीडी शर्मा, शिवराज सिंह चौहान और दिग्विजय सिंह का क्या होगा, क्या इनका कद बढ़ेगा या फिर उनकी जगह कोई नए लोग ले लेंगे.
बदलेगी इन नेताओं की किस्मत
जिस तरह से विधानसभा चुनाव के बाद मोहन यादव को अचानक मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बना दिया गया, उससे एक बात स्पष्ट है कि यदि भारतीय जनता पार्टी फिर से सरकार बनाती है तो मध्य प्रदेश से केंद्र सरकार का हिस्सा कौन होगा यह तय नहीं है. जिन नाम पर बहुत चर्चा है हो सकता है उन्हें किनारे कर दिया जाए और जो लोग किनारे में बैठे हैं हो सकता है कि वह किसी बड़ी भूमिका में आ जाएं. लेकिन इतना तो तय है कि लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम मध्य प्रदेश के कई राजनेताओं की राजनीति बदलने वाले होंगे.
बड़ी भूमिका में नजर आ सकते हैं शिवराज सिंह
मध्य प्रदेश में लगातार 4 बार मुख्यमंत्री रहे विधानसभा चुनाव के हीरो शिवराज सिंह चौहान का राजनीतिक भविष्य क्या होगा यह एक चर्चा का विषय है. शिवराज समर्थकों का कहना है कि चुनाव के बाद शिवराज सिंह चौहान एक बड़ी भूमिका में नजर आएंगे. यह संगठन में भी हो सकती है और सरकार में भी. हालांकि यह तय है कि वह मध्य प्रदेश की राजनीति से बाहर हो जाएंगे. वरिष्ठ पत्रकार जगदीश का कहना है कि "भारतीय जनता पार्टी में ही एक बड़ा धड़ा ऐसा है जिनका मानना है कि यदि शिवराज सिंह को मोदी और अमित शाह पुरस्कृत करना चाहते थे तो विधानसभा चुनाव में ही कर देते. बहुत से लोगों का मानना है कि चुनाव के बाद भी शिवराज सिंह चौहान को कोई बड़ा पद नहीं मिलेगा और भी केवल विदिशा के सांसद ही बनकर रह जाएंगे."
ज्योतिरादित्य सिंधिया का बढ़ेगा कद
यदि ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव जीते हैं तो वह एक बार फिर केंद्र सरकार में मंत्री बनेंगे. भारतीय जनता पार्टी सिंधिया को अपनी भविष्य की पूंजी के बतौर इस्तेमाल कर रही है इसलिए सिंधिया का कद और बढ़ेगा.
वीडी शर्मा बन सकते हैं केन्द्र में मंत्री
वीडी शर्मा की जीत सुनिश्चित है क्योंकि उनके खिलाफ कांग्रेस का उम्मीदवार उतरा नहीं था और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार का नामांकन खारिज हो गया था. ऐसी स्थिति में वीडी शर्मा का चुनाव जीतना तय हो चुका है और यह भी तय है कि वीडी शर्मा अब मध्य प्रदेश में संगठन की राजनीति से विदा लेंगे और बहुत उम्मीद है कि वह केंद्र में मंत्री बन जाएं.
दिग्विजय सिंह जीते चुनाव तो मिलेगी बड़ी भूमिका
मध्य प्रदेश कांग्रेस के इस बड़े नेता के सामने भी इस बार संकट है. खबर तो ऐसी है कि दिग्विजय सिंह अपना चुनाव बड़ी मुश्किल से जीत सकते हैं. दिग्विजय सिंह यदि चुनाव जीते हैं तो उनका कद बढ़ा होगा और वे लोकसभा में किसी बड़ी भूमिका में नजर आ सकते हैं. साथ ही पार्टी में भी वे किसी अहम पद पर पहुंच सकते हैं लेकिन यदि वे चुनाव हार जाते हैं तो यह दिग्विजय सिंह का रिटायरमेंट होगा.
एमपी के प्रतिनिधित्व की भरपाई होगी या नहीं
विधानसभा चुनाव में ही मध्य प्रदेश के कई बड़े नेताओं को केंद्र से हटाकर राज्य की राजनीति में भेज दिया गया था. यहीं से मध्य प्रदेश की केंद्र में बढ़ती ताकत को रोक दिया गया था. अब देखना यह होगा कि उसकी भरपाई लोकसभा चुनाव से हो पाती है कि नहीं, क्योंकि मध्य प्रदेश के कई जाने-माने पुराने नेता केंद्र की राजनीति से हट चुके हैं. नेताओं का बड़े पदों से हटाने का नुकसान उस जगह की जनता को उठाना पड़ता है, इसलिए मध्य प्रदेश की जनता की मांग है कि केंद्र में ज्यादा से ज्यादा प्रतिनिधित्व मध्य प्रदेश का हो.