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रकम दोगुनी करने के नाम पर ठगी करने वाले आठ आरोपी गिरफ्तार, 16 लाख नकद और ज्वेलरी बरामद

delhi police busted fraud gang : दिल्ली के नारायणा थाना पुलिस ने लोगों से रकम दोगुनी के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने गैंग के 8 आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके पास से 16 लाख नगद और एक लाख के गहने जब्त किया है.

ठगी करने वाले गिरोह के आठ आरोपी अरेस्ट
ठगी करने वाले गिरोह के आठ आरोपी अरेस्ट
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Mar 5, 2024, 12:36 PM IST

नई दिल्ली: कम वक्त में पैसे दोगुना करने का लालच देकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का वेस्ट जिला पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने गिरोह के आठ बदमाशों को गिरफ्तार करने के साथ-साथ उनके पास से लाखों रुपए कैश, दर्जन पर मोबाइल और जूलरी बरामद की है.ये लोगों को पैसे दोगुनी करने का लालच देते थे ऐसे 8 बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

वेस्ट जिले के नारायणा थाना पुलिस ने ठगों के बड़े गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए आठ बदमाशों को गिरफ्तार किया है. इसमें से एक बदमाश खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताता था. पुलिस टीम ने इन बदमाशों के पास से लगभग 16 लाख रुपए कैश और एक लाख की ज्वेलरी भी बरामद की है. वेस्ट जिले के डीसीपी विचित्र वीर से मिली जानकारी के अनुसार ठगों के इस गिरोह ने नारायणा में बाकायदा एक दफ्तर बनाया हुआ था और लोगों को उनके दिए रकम का दुगना कर देने का झांसा देते थे. इन बदमाशों के पास से दर्जन भर मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है.

डीसीपी से मिली जानकारी के अनुसार पिछले महीने 22 तारीख को एक पीसीआर कॉल हुई थी जिसमें बैग में लगभग 10 लाख रुपए थे जिसके छीने जाने की शिकायत दर्ज कराई गई थी. पुलिस ने जब जांच शुरू किया तो ये पता चला कि राजीव, रोहित और निशांत नाम का व्यक्ति मिलकर नारायणा इंडस्ट्रियल इलाके में एक दफ्तर चलाते हैं और वह लोगों को कुछ वक्त में रकम दुगुनी करने का लालच देते हैं.

इस दौरान एक शिकायतकर्ता का आरोप है कि उसने 25 लाख रुपए दिए थे जिसके बदले 50 लाख रुपए देने की इन लोगों ने बात कही थी लेकिन वे लोग पैसे लेकर फरार हो गए. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस टीम ने नारायणा एसएचओ इंस्पेक्टर संदीप यादव के नेतृत्व में टीम बनाई जिसका निर्देशन एसीपी मायापुरी कर रहे थे. छानबीन के दौरान पिंकू नाम का युवक पुलिस के हाथ आया जिसने शिकायतकर्ता की उन तीनों बदमाश जिन्होंने दफ्तर खोला हुआ था से जान पहचान कराई थी. पूछताछ में यह बात साफ हो गई की पिंकू भी इस वारदात में शामिल था. इसके बाद पुलिस ने एक-एक कर बदमाशों को गिरफ्तार करना शुरू किया और फिर आठों लोग जो इस गिरोह में शामिल थे वह पुलिस के हाथ आ गए. इन बदमाशों की गिरफ्तारी हापुर गाजियाबाद मेरठ जयपुर से की गई.

मिली जानकारी के अनुसार वे लोगों को उनकी रकम दुगुनी कर उनके जीएसटी अकाउंट में भेजने की बात करते थे और लोग रकम दुगनी होने के झांसे में आकर उनके जाल में फंस जाते थे. इस दौरान एक बदमाश जो पुलिस के हत्थे आया उसका नाम सुरेंद्र पाल है जो द्वारका के एक निजी कंपनी में पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर की नौकरी करता है और खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताता है. इन सबों ने मिलकर अब तक कितने लोगों को ठगा इस बात की जानकारी अभी पक्के तौर पर नहीं मिल पाई है.

ये भी पढ़ें : नोएडा पुलिस की गिरफ्त में 25 हजार का इनामी, 15 हजार करोड़ जीएसटी चोरी मामले में था शामिल

गिरफ्तार बदमाशों की पहचान पिंकू जो सीतामढ़ी बिहार का रहने वाला है, राजीव, प्रयागराज का रहने वाला है, निशांत मोहन कुमार, द्वारका का रहने वाला है. निशांत पर पहले से ठगी के मामले दर्ज हैं. वहीं शैलेंद्र राय जनकपुरी का रहने वाला है, प्रेमानंद नोएडा का रहने वाला है, अनूप कुमार गाजियाबाद का रहने वाला है, हरीश कुमार शर्मा मेरठ का रहने वाला और सुरेंद्र पाल एटा यूपी का रहने वाला है के रूप में की गई है.

ये भी पढ़ें : नोएडा जीएसटी धोखाधड़ी मामला: 25 हजार के इनामी बदमाश ने न्यायालय में किया आत्मसमर्पण

नई दिल्ली: कम वक्त में पैसे दोगुना करने का लालच देकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का वेस्ट जिला पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने गिरोह के आठ बदमाशों को गिरफ्तार करने के साथ-साथ उनके पास से लाखों रुपए कैश, दर्जन पर मोबाइल और जूलरी बरामद की है.ये लोगों को पैसे दोगुनी करने का लालच देते थे ऐसे 8 बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

वेस्ट जिले के नारायणा थाना पुलिस ने ठगों के बड़े गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए आठ बदमाशों को गिरफ्तार किया है. इसमें से एक बदमाश खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताता था. पुलिस टीम ने इन बदमाशों के पास से लगभग 16 लाख रुपए कैश और एक लाख की ज्वेलरी भी बरामद की है. वेस्ट जिले के डीसीपी विचित्र वीर से मिली जानकारी के अनुसार ठगों के इस गिरोह ने नारायणा में बाकायदा एक दफ्तर बनाया हुआ था और लोगों को उनके दिए रकम का दुगना कर देने का झांसा देते थे. इन बदमाशों के पास से दर्जन भर मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है.

डीसीपी से मिली जानकारी के अनुसार पिछले महीने 22 तारीख को एक पीसीआर कॉल हुई थी जिसमें बैग में लगभग 10 लाख रुपए थे जिसके छीने जाने की शिकायत दर्ज कराई गई थी. पुलिस ने जब जांच शुरू किया तो ये पता चला कि राजीव, रोहित और निशांत नाम का व्यक्ति मिलकर नारायणा इंडस्ट्रियल इलाके में एक दफ्तर चलाते हैं और वह लोगों को कुछ वक्त में रकम दुगुनी करने का लालच देते हैं.

इस दौरान एक शिकायतकर्ता का आरोप है कि उसने 25 लाख रुपए दिए थे जिसके बदले 50 लाख रुपए देने की इन लोगों ने बात कही थी लेकिन वे लोग पैसे लेकर फरार हो गए. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस टीम ने नारायणा एसएचओ इंस्पेक्टर संदीप यादव के नेतृत्व में टीम बनाई जिसका निर्देशन एसीपी मायापुरी कर रहे थे. छानबीन के दौरान पिंकू नाम का युवक पुलिस के हाथ आया जिसने शिकायतकर्ता की उन तीनों बदमाश जिन्होंने दफ्तर खोला हुआ था से जान पहचान कराई थी. पूछताछ में यह बात साफ हो गई की पिंकू भी इस वारदात में शामिल था. इसके बाद पुलिस ने एक-एक कर बदमाशों को गिरफ्तार करना शुरू किया और फिर आठों लोग जो इस गिरोह में शामिल थे वह पुलिस के हाथ आ गए. इन बदमाशों की गिरफ्तारी हापुर गाजियाबाद मेरठ जयपुर से की गई.

मिली जानकारी के अनुसार वे लोगों को उनकी रकम दुगुनी कर उनके जीएसटी अकाउंट में भेजने की बात करते थे और लोग रकम दुगनी होने के झांसे में आकर उनके जाल में फंस जाते थे. इस दौरान एक बदमाश जो पुलिस के हत्थे आया उसका नाम सुरेंद्र पाल है जो द्वारका के एक निजी कंपनी में पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर की नौकरी करता है और खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताता है. इन सबों ने मिलकर अब तक कितने लोगों को ठगा इस बात की जानकारी अभी पक्के तौर पर नहीं मिल पाई है.

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गिरफ्तार बदमाशों की पहचान पिंकू जो सीतामढ़ी बिहार का रहने वाला है, राजीव, प्रयागराज का रहने वाला है, निशांत मोहन कुमार, द्वारका का रहने वाला है. निशांत पर पहले से ठगी के मामले दर्ज हैं. वहीं शैलेंद्र राय जनकपुरी का रहने वाला है, प्रेमानंद नोएडा का रहने वाला है, अनूप कुमार गाजियाबाद का रहने वाला है, हरीश कुमार शर्मा मेरठ का रहने वाला और सुरेंद्र पाल एटा यूपी का रहने वाला है के रूप में की गई है.

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