नई दिल्ली: आत्महत्या करना एक अपराध है, लेकिन कई लोग सामाजिक और सांसारिक परेशानियों के कारण आत्महत्या जैसे कदम उठा लेते हैं. इस आत्महत्या जैसे मामलों को रोकने और जागरुकता फैलाने को लेकर हर साल 10 सितंबर को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाया जाता है. इस तरह के अभियान से समाज में सकारात्मक संदेश को बढ़ावा दिया जाता है. साथ ही पीड़ित लोगों को ऐसा कदम उठाने के बजाय मदद और समर्थन के लिए आगे आने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.
विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने जागरुकता अभियान शुरू किया है. इसका उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों के प्रति समझ और करुणा की संस्कृति को विकसित करना है. अभियान के रूप में DMRC ने आशा और लचीलेपन के संदेशों का प्रचार करने के लिए राजधानी भर के प्रमुख मेट्रो स्टेशनों पर बैनर और डिजिटल डिस्प्ले लगाए हैं. इस अभियान का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से आम जनता को शामिल करना है.
दिल्ली मेट्रो ने मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर खुलकर बातचीत को प्रोत्साहित करने के लिए कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर #Nevergiveup, #Choosetolive जैसी पहलों के साथ अभियान शुरू किया है. ताकि जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने वाली पहलों को लंबे समय से समर्थन किया है. बता दें, इस वर्ष विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस की थीम "Changing the Narrative on Suicide" है, जो आत्महत्या और इसकी वजहों के बारे में खुलकर बात करने के महत्व पर प्रकाश डालता है, ताकि इसके मामलों को कम करने में मदद मिल सके. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने इस थीम को साल 2024 से 2026 तक के लिए चुना है.
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