नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में 1952 से लेकर 2019 तक कुल 2,677 प्रत्याशी मैदान में अपनी किस्मत आजमाने के लिए उतरे. इनमें 1707 प्रत्याशी निर्दलीय रहे. अब तक पूर्वी दिल्ली से 325, चांदनी चौक से 288, दक्षिणी दिल्ली से 253 और नई दिल्ली से 245 निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई है. दिल्ली के लोकसभा चुनाव के इतिहास में अभी तक सिर्फ कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के सांसद चुने गए हैं. अभी तक के इतिहास में दिल्ली की जनता ने किसी भी सीट से निर्दलीय उम्मीदवार को सांसद नहीं चुना है.
वर्ष 1952 से 2019 तक दिल्ली में कुल 17 लोकसभा चुनाव हो चुके हैं. अब तक दिल्ली से कुल 112 सांसद चुनकर लोकसभा पहुंचे. इसमें से आधे कांग्रेस के और आधे भाजपा के हैं. निर्दलीय प्रत्याशी अभी तक दिल्ली में सांसद नहीं चुने गए हैं. वर्ष 1991 के लोकसभा चुनाव में सबसे अधिक 397 निर्दलीय प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा था.
निर्दलीय उम्मीदवारों को बहुत ज्यादा मत नहीं मिल पाए: वर्ष 1996 में 358 निर्दलीय उम्मीदवार दिल्ली में लोकसभा चुनाव में उतरे. वर्ष 1989 में 178, वर्ष 1984 में 174 और वर्ष 1980 में 133 लोकसभा उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा. दिल्ली के लोगों ने अभी तक निर्दलीय प्रत्याशी को सांसद नहीं चुना है. निर्दलीय उम्मीदवारों को बहुत ज्यादा मत नहीं मिल पाए हैं. वहीं, वर्ष 1952 में पहली बार लोकसभा चुनाव हुआ तो 8 निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में थे.
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दिल्ली में 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए मतदान सातवें चरण में 25 मई को होगा. 29 अप्रैल को नोटिफिकेशन जारी होगा. नामांकन जारी करने की आखिरी तिथि 29 अप्रैल निर्धारित की गई है. 6 मई तक उम्मीदवार नामांकन दाखिल कर सकते हैं. नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 9 मई है. इसके बाद पता चल जाएगा कि इस बार के लोकसभा चुनाव में कितने उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
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