नई दिल्ली: भारत-रत्न डॉ.भीमराव अंबेडकर की जयंती रविवार को मनाई गई. इस मौके पर उपराज्यपाल ने भी ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट के माध्यम से उन्हें याद किया. साथ ही संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती पर उनके संदेशों को याद करने की भी अपील की. उन्होंने लिखा, 'बाबा साहेब के संवैधानिक/लोकतांत्रिक नैतिकता के आदर्शों का उल्लेख हालांकि हमारे संविधान के पाठ में नहीं किया गया है, क्योंकि उनका मानना था कि वे हमारे दिल और दिमाग में स्थापित हैं. लेकिन वे विशेष रूप से वंशवादी राजनीति और सत्ता की कुर्सियों के लिए भ्रमपूर्ण लगाव के खिलाफ थे.'
उन्होंने आगे लिखा, 'उनकी वैराग्य की भावना सत्ता के प्रति असैद्धांतिक लगाव के खिलाफ थी. अफसोस, आज हम जो देख रहे हैं, वह किसी भी कीमत पर सत्ता में बने रहने के लिए है. आइए उनके विचारों को शिरोधार्य करें, सिर्फ तस्वीर को नहीं.'
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बता दें, अंबेडकर जयंती पर रविवार को दिल्ली में लोगों ने जगह-जगह उनकी तस्वीरों पर प्रतिमाओं पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उन्हें याद व नमन किया. इससे पहले पिछले दिनों मुख्यमंत्री आवास में जब अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल के प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शहीद भगत सिंह और बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीर के बीच में अरविंद केजरीवाल की लगी तस्वीर पर लोगों ने सवाल खड़े किए थे.
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