नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को वकीलों और पक्षकारों के लिए व्हाट्सऐप सेवा, ई-म्यूजियम और ह्यूमर इन कोर्ट की सेवाएं लांच की. इन सेवाओं को हाईकोर्ट के कार्यकारी चीफ जस्टिस मनमोहन ने एक समारोह के दौरान लॉंच किया. व्हाट्सऐप सेवा का लाभ वकीलों और पक्षकारों को सीधे मिल सकता है. इस सेवा के जरिये केसों की सूचना, उनकी लिस्टिंग, केस फाइलिंग इत्यादि की जानकारी मिल सकेगी.
हाईकोर्ट ने अपने समृद्ध कानूनी विरासत को संरक्षित रखने और उनकी जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए ई-म्युजियम की शुरुआत भी की है. ई-म्युजियम के जरिये केस के रिकॉर्ड, महत्वपूर्ण फैसलों, कानूनी दस्तावेजों इत्यादि की जानकारी मिल सकेगी. ई-म्युजियम के जरिये कोर्ट की उन कार्यवाहियों की भी जानकारी मिलेगी, जिनसे न्यायपालिका और समाज दोनों वर्षों तक प्रभावित रहे हैं.
हल्की-फुल्की और यादगार घटनाओं को सहेजा जाएगाः ह्यूमर इन कोर्ट के जरिये कोर्ट रूम में घटने वाली हल्की-फुल्की और यादगार घटनाओं का जिक्र किया जाएगा. आमतौर पर कोर्ट में सुनवाई के दौरान वकील अपनी दलील के दौरान मजाकिया लहजे में काफी कुछ कह देते हैं. जज भी मजाकिया लहजे में बोलते हैं, जिससे माहौल खुशनुमा हो जाता है. इन्हीं क्षणों की जानकारी दिल्ली हाईकोर्ट की वेबसाइट पर ह्यूमर इन कोर्ट के जरिये मिलेगी.
करना होगा मेलः ह्यूमर इन कोर्ट के लिए वकील और पक्षकार delhihighcourtg@nic.in पर मेल कर सकते हैं. मेल पर मिली जानकारी की समीक्षा करने के बाद इसे ह्यूमर इन कोर्ट सेक्शन में अपलोड किया जाएगा. बता दें, दिल्ली हाईकोर्ट की ये सेवाएं हाईकोर्ट की आईटी, एआई और एक्सेसिबिलिटी कमेटी द्वारा शुरू की गई हैं. इस कमेटी के चेयरमैन जस्टिस राजीव शकधर हैं.