नई दिल्ली: दिल्ली की वित्त मंत्री आतिशी ने विधानसभा में अपना पहला और केजरीवाल सरकार का 10वां बजट पेश किया. उन्होंने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए पटल पर 76,000 करोड़ रुपये का बजट रखा. बजट की शुरुआत जय श्रीराम के नाम से हुई. बजट में ऐलान हुआ कि 18 साल से अधिक उम्र की महिला को केजरीवाल सरकार प्रत्येक महीने 1 हजार रुपये देगी. मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना के लिए बजट में 2,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए. मगर, बजट से बुजुर्गों को बड़ी निराशा हाथ लगी है. इस बार भी वृद्धावस्था पेंशन में राशि नहीं बढ़ाई गई है. दिल्ली के बुजुर्गों ने इस पर अपनी अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी है.
1000 रुपए देना चुनावी राजनीति: 72 वर्षीय शशि बाला ने बताया कि उनको इस बार के बजट में काफी उम्मीद थी कि वृद्धा पेंशन में बढ़ोतरी की जाएगी. लेकिन, इस बार भी पेंशन राशि में कोई बदलाव नहीं किया गया. पिछले 9 वर्षों में केजरीवाल सरकार ने वृद्धा और विधवा पेंशन में एक रुपये की भी वृद्धि नहीं की है. कई बार 2-2 महीने तक पेंशन अकाउंट में नहीं आती है. ये खास तौर पर विधवा और वृद्ध बुजुर्ग महिलाओं के साथ नाइंसाफी है.
उन्होंने कहा कि अगर बात करें तीर्थ यात्रा की तो इसका फायदा विधायकों के जानने वालों को मिलता है. हमने कई बार आवेदन किया, लेकिन अब तक लाभ नहीं उठा पाई. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने अपने 2024-25 के बजट में 18 वर्ष की ऊपर की महिलाओं को 1000 रुपए देने की बात कही है. ये सब चुनावी राजनीति है. अगर चुनाव के बाद समय पर इस राशि का भुगतान किया जाएगा, तब माने.
विधवा पेंशन नहीं बढ़ी तो हुई निराशा: 68 वर्षीय सावित्री ने बताया कि उनके अकाउंट में बीते 9 वर्षों से 2500 रुपए विधवा पेंशन आती है. इस वर्ष लोकसभा के चुनाव होने है इसलिए उम्मीद थी दिल्ली सरकार अपने 10वें बजट में पेंशन बढ़ाएगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इससे काफी निराशा हुई.
बुजर्गों का सबसे बड़ा सहारा है पेंशन: 75 वर्षीय उर्मिला ने बताया कि उनके जीवन यापन करने का एक मात्र सहारा पेंशन है. बढ़ती महंगाई के कारण 2000 रुपये प्रति माह की वृद्धा पेंशन में गुजारा करना मुश्किल हो गया. उनके परिवार में बहू और दो बच्चे हैं. घर में कोई कमाने वाला नहीं है. पेंशन से ही घर का खर्च चलता है.
इस बजट में महिलाओं के लिए क्या? आतिशी ने पहली बार बजट पेश करते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा काम किया है. उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में महिलाओं का जीवन सुधारने में केजरीवाल सरकार का बड़ा योगदान है. इसमें फ्री बिजली, पानी, शिक्षा, इलाज और बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा पर भेजने का निर्णय सफल रहा. सरकार ने बजट में तीर्थ यात्रा के बजट को भी बढ़ाया है. 2019 में तीर्थ यात्रा योजना को शुरू किया गया. इसमें 2023 तक 87 हज़ार से ज्यादा बुजुर्ग इस योजना का फायदा उठा चुके हैं. 2017 में दिल्ली सरकर ने महिलाओं के लिए बस में फ्री यात्रा योजना शुरू की थी. 2023 तक 153 करोड़ बार महिलाओं में यात्रा की है.