नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली की साइबर पुलिस टीम ने मुकदमे में फंसाने का डर दिखा कर ठगी करने वाले चीनी गैंग का भंडाफोड़ किया है. साइबर पुलिस ने गैंग के पांच सदस्यों को अलग-अलग इलाके से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों के पास से चीटिंग में इस्तेमाल 5 मोबाइल, चेक बुक, डेबिट कार्ड साहित अन्य दस्तावेज बरामद हुआ है. इसके साथ ही आरोपी के बैंक खाते में मौजूद 38 लाख 23 हजार 115 रुपये को भी सीज कर लिया गया है.
डीसीपी अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि आरोपियों की पहचान हरियाणा के रोहतक निवासी अंश, रोहतक निवासी सम्राट, उत्तर प्रदेश के बलिया निवासी प्रांजल कुमार सैनी, मध्य प्रदेश के मुरैना निवासी सत्येंद्र धाकड़, महाराष्ट्र के पावेल निवासी वेदांत प्रभाकर और दिल्ली के खिलाड़ी निवासी विशाल जोशी के तौर पर हुई है.
डीसीपी ने बताया कि पूर्वी दिल्ली साइबर पुलिस में एक शख्स ने 2,49,000 रुपए ठगी की शिकायत दर्ज कराई. शिकायतकर्ता ने बताया कि उसके पास एक कॉल आया था, जिसमें कॉलर अपने आपको ट्रांसपोर्ट कंपनी फेड- एक्स का कर्मचारी बताया था. इसके बाद उन्होंने कहा कि उसके आधार कार्ड नंबर और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर एक पार्सल बुक किया गया है. इस पार्सल में पासपोर्ट, बैंक कार्ड, लैपटॉप, कैश के अलावा ड्रग्स भी है.
कथित फेडेक्स कर्मचारियों ने कॉल को मुंबई साइबर पुलिस को ट्रांसफर करने की बात कह कर दूसरे शख्स से बात कराई. उन दोनों ने कानूनी लफड़े से बचने के एवज में पैसे की डिमांड की. पीड़ित डर गया और उसने दिए गए बैंक डिटेल पर 2,49,000 ट्रांसफर कर दिया. लेकिन इसके बावजूद आरोपी से पैसे की डिमांड करते रहे. जिसके बाद उसने पुलिस से इस मामले की शिकायत की.
पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की. बैंक डिटेल को खंगाल गया. जिससे रोहतक निवासी अंश की पहचान हुई. पुलिस ने अंश के खाते में मौजूद 38 लाख 23 हजार 115 रुपये को बैंक अधिकारी को कहकर सीज कराया. अंश और सम्राट से पूछताछ के बाद इस गैंग में शामिल प्रांजल कुमार सैनी, सत्येंद्र ढाका ,वेदांत प्रभाकर और विशाल जोशी को भी गिरफ्तार कर लिया गया. साइबर पुलिस इस गैंग में शामिल चीनी नागरिक सहित बाकी आरोपियों की तलाश में कर रही है.