नई दिल्ली: शाहदरा की डीएम ऋषिता गुप्ता 28 मई को विवेक विहार में नवजात शिशु देखभाल केंद्र का जायजा लेने पहुंची, जहां 25 मई को भीषण आग लगने से 7 नवजात की जान चली गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे. विवेक विहार अग्निकांड मामले पर उन्होंने कहा कि हम उस पहलू पर भी गौर करेंगे कि उनके लाइसेंस में क्या समस्या थी. जो भी कमियां थीं, उन पर नजर रखी जाएगी.
ऋषिता गुप्ता ने कहा कि अभी यहां पर दुर्घटना परिसर में जो भी फायर की वजह से डैमेज हुआ है. अभी केवल उसकी पहचान हो पाई है. धीरे-धीरे इस पर काम चल रहा है. कहां-कहां क्या डैमेज हुआ है, इसकी जांज जारी है. डीएम ने कहा कि पुलिस जांच में आगे पता चला कि अस्पताल के कुछ डॉक्टर नवजात शिशु प्रोत्साहन देखभाल की आवश्यकता वाले नवजात बच्चे का इलाज करने के लिए योग्य नहीं थे, क्योंकि वे केवल बीएएमएस डिग्री धारक थे.
अस्पताल के मालिक और डॉक्टर गिरफ्तार: दो आरोपियों की पहचान डॉ. नवीन खिची (45) के रूप में हुई है, जो अस्पताल के मालिक हैं और डॉ. आकाश (26) को गिरफ्तार कर लिया गया है. ऋषिता गुप्ता ने भी एएनआई से बात की और कहा कि फिलहाल जांच टीम नुकसान की जांच कर रही हैं और कुल नुकसान का आकलन करने के बाद टीमें उन कमजोर बिंदुओं की तलाश करेंगी. इनके कारण यह घटना हुई.
3 दिन पहले हुआ था हादसा: दिल्ली के विवेक विहार स्थित एक चाइल्ड हॉस्पिटल में शनिवार देर रात आग लग गई. हादसे में 7 नवजात की मौत हो गई. वहीं, 5 का रेस्क्यू किया गया था. दो मंजिला बिल्डिंग के फर्स्ट फ्लोर पर न्यू बॉर्न बेबी केयर सेंटर था. इसमें कुल 12 बच्चे भर्ती थे.
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