नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव नरेश कुमार का कार्यकाल तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है. उनको दूसरी बार एक्सटेंशन मिला है. वह पिछले साल नवंबर में सेवानिवृत्त होने वाले थे, लेकिन तब उनको पहली बार 6 महीने का एक्सटेंशन दिया गया था. जिसकी समय सीमा 31 मई को समाप्त हो रही थी, लेकिन फिर से बढ़ा दिया गया है. गृह मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार, इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है.
1987 बैच के आईएएस अधिकारी नरेश कुमार ने अप्रैल 2022 में दिल्ली के मुख्य सचिव के रूप में कार्यभार संभाला था. पिछले साल 30 नवंबर को उन्हें सेवानिवृत्ति होना था, लेकिन गृह मंत्रालय ने उनका कार्यकाल 6 महीने के लिए बढ़ा दिया. दिल्ली सरकार ने गृह मंत्रालय के इस निर्णय का सुप्रीम कोर्ट में चुनौती भी दी थी.
बाद में सुप्रीम कोर्ट से ग्रीन सिग्नल मिलाने के बाद गृह मंत्रालय ने 29 नवंबर को नरेश कुमार का कार्यकाल 31 मई 2024 तक बढ़ाने का फैसला किया था. अब एक बार फिर उनका कार्यकाल 3 महीने के लिए बढ़ा दिया गया है. अब वह दिल्ली सरकार में मुख्य सचिव के तौर पर 31 अगस्त तक जिम्मेदारी संभालेंगे. नरेश कुमार मुख्यमंत्री समेत दिल्ली सरकार के मंत्रियों पर लगाए गए कई आरोपों की जांच कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्री आए दिन मुख्य सचिव की कार्य प्रणाली को लेकर सवाल उठाते रहे हैं. मुख्य सचिव नरेश कुमार को लेकर दो दिन पहले ही दिल्ली सरकार के मंत्री सौरव भारद्वाज ने गंभीर आरोप लगाया कि पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार में बेबी केयर सेंटर में लगी भीषण आग और इस आगजनी की घटना में सात बच्चों की मौत की घटना के बाद भी मुख्य सचिव गंभीर नहीं है. हालांकि, उपराज्यपाल ने इन आरोपों का खंडन किया है.
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