नई दिल्ली: आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर ऑटो चालक मतदाताओं के बीच राजनीतिक चर्चाएं गर्म हैं. दिल्ली के विभिन्न इलाकों में ऑटो चालकों से बातचीत में यह सामने आया कि ऑटो चालकों की कुछ तादाद आम आदमी पार्टी (आप) सरकार से नाराज है और ये तादाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को समर्थन देने की बात कर रही है. हालांकि, वहीं चालकों की कुछ तादाद ने "आप" सरकार की उपलब्धियों की भी सराहना की, और कहा कि हमारा वोट उन्ही को जाएगा.
"आप" सरकार से नाराज ऑटो चालक: ऑटो चालक विनोद महतो ने कहा कि इस बार पूरी उम्मीद है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी. अरविंद केजरीवाल की सरकार ने ऑटो चालकों को बर्बाद कर दिया है. बाइक टैक्सियों के आने से हमारा काम छिन गया है. न तो विकास कार्य हुए हैं और न ही हमें कोई राहत मिली है. राजेश कुमार श्रीवास्तव पिछले 9 साल से दिल्ली में ऑटो चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऑटो की कीमतें 11 लाख रुपये तक पहुंच गई हैं क्योंकि हमें ब्लैक में ऑटो खरीदने पड़ते हैं. इतने में महंगी कार आ जाती है, लेकिन ऑटो नहीं. मैं 9 साल से ऑटो खरीदने की सोच रहा हूं, लेकिन महंगाई के कारण नहीं खरीद पा रहा हूं. 400 रुपए प्रतिदिन के किराए पर ऑटो लेकर चलाता हूं.
क्या दिल्ली की सड़कों की हालत खराब है? 20 साल से ऑटो चला रहे मुरारी उपाध्याय ने कहा कि दिल्ली की सड़कों की हालत बेहद खराब है. हम रोड पर कमाने-खाने वाले लोग हैं और खराब सड़कें हमारे लिए सबसे बड़ी समस्या हैं. शीला दीक्षित की सरकार में बनी सड़कों पर ही आज भी गाड़ियां चल रही हैं. फ्री बिजली-पानी की योजनाओं का फायदा भी पूरी तरह नहीं मिल रहा. अनुज शाह 10 साल से ऑटो चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में ऑटो चालकों के लिए कोई काम नहीं है. अरविंद केजरीवाल की नीतियों ने हमारी स्थिति और खराब कर दी है. इस बार हम भाजपा को समर्थन देंगे.
फाइनेंसर की वजह से 2 लाख का ऑटो 10 लाख रुपये में: संतोष कुमार मिश्रा 20 साल से ऑटो चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऑटो चालकों के पास काम नहीं बचा है. नई नई कंपनियों की वजह से हमारा धंधा चौपट हो गया है. 2 लाख का ऑटो 10 लाख रुपये में खरीदकर चला रहे हैं. फाइनेंसर स्कैम के कारण ऑटो चालकों को ब्लैक में ऑटो खरीदने पड़ते हैं. ऐसे में इस बार भाजपा की सरकार लाएंगे. वहीं 10 साल से ऑटो चला रहे भोले ने कहा कि हम अरविंद केजरीवाल के कामकाज से संतुष्ट नहीं हैं. इस बार मोदी सरकार लाएंगे. मुख्यमंत्री का चेहरा चाहे न हो, लेकिन मोदी जी के नाम पर वोट देंगे.
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"आप" सरकार के समर्थन में भी आवाजें: सभी ऑटो चालक "आप" सरकार से नाराज नहीं हैं. सलीम पिछले 10 साल से ऑटो चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं अरविंद केजरीवाल के कामकाज से पूरी तरह संतुष्ट हूं. सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर बेहतर हुआ है. इस बार भी मैं आम आदमी पार्टी को ही वोट दूंगा. दिनेश कुमार ने कहा मैं विकास कार्यों को प्राथमिकता दूंगा. जो सरकार अच्छा काम करेगी, उसे ही वोट करूंगा.
दिल्ली के ऑटो चालकों में "आप" सरकार के खिलाफ नाराजगी स्पष्ट दिख रही है, खासकर महंगे ऑटो, खराब सड़कें और काम की कमी को लेकर. हालांकि, शिक्षा और कुछ योजनाओं के कारण कुछ चालकों का समर्थन "आप" के साथ बना हुआ है. भाजपा के प्रति बढ़ते समर्थन और "आप" के खिलाफ नाराजगी चुनावी परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं.
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दिल्ली में कब होगी वोटिंग व काउंटिंग: बता दें कि दिल्ली में कुल 70 विधानसभा क्षेत्र हैं. निर्वाचन आयोग ने घोषणा की है कि 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव 2025 की वोटिंग होगी, और 8 फरवरी को काउंटिंग होगी. चुनाव की घोषणा से पहले ही दिल्ली में सियासी सरगर्मी तेज हैं. इसी बीच राजनितिक पार्टियों का अरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है. भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच यह सिलसिला लगातार जारी है.