सोनीपतः दिल्ली-अंबाला रेल रूट इन दिनों देश के व्यस्तम रूटों में से एक है. गुड्स ट्रेन और पैसेंजर ट्रेनों के बढ़ते दबाव के कारण भारतीय रेलवे की ओर से इसके विस्तार का निर्णय लिया गया है. वर्तमान में डबल ट्रैक को 4 लाइन वाले कॉरिडोर में अपग्रेड किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट को 4 साल में पूरा करने का लक्ष्य है. 193.6 किलोमीटर वाले दिल्ली अंबाला रेलवे कॉरिडोर के अपग्रेडेशन के मुद्दे पर सोनीपत के लघु सचिवालय में उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार की अध्यक्षता एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई. बैठक में जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ-साथ रेलवे के वरीय अधिकारी भी मौजूद थे.
रेलवे अधिकारियों के साथ हुई बैठक: सोनीपत उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि "लोगों की सुविधा और दिल्ली-अंबाला रेलवे लाइन पर बढ़ते लोड को देखते हुए रेलवे मंत्रालय ने दिल्ली से अंबाला तक 193.6 किलोमीटर के रेलवे कॉरिडोर विस्तार करने का निर्णय लिया है. इसको लेकर योजना तैयारी की जा रही है. बैठक में परियोजना के संबंध में रेलवे अधिकारियों की ओर जमीन की आवश्यक सहित अन्य मुद्दे पर चर्चा हुई है."
अंडरपास की जगह फ्लाईओवर का हो निर्माण: उपायुक्त ने बताया कि दिल्ली-अंबाला रेलवे कॉरिडोर फोरलेन में अपग्रेड किया जाएगा, जो वर्तमान में दो लाइन है. उन्होंने बताया कि दिल्ली से अंबाला के बीच स्थित 32 स्टेशनों पर कार्य किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट पर कुल 7 हजार 74 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जो अगले चार साल में पूरा होगा. इस दौरान उपायुक्त ने रेलवे अधिकारियों के समक्ष प्रस्ताव रखा कि इस रेलवे लाइन पर स्थित रेलवे अंडरपास की बजाय रेलवे फ्लाईओवर बनाए जाएं, क्योंकि बारिश के समय अंडरपास में पानी भर जाता है जिसके कारण लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी होती है.
बैठक में मौजूद थे ये अधिकारी: बैठक में नगर निगम आयुक्त हर्षित, गोहाना एसडीएम अंजली श्रोत्रिय, एसडीएम डॉ. निर्मल नागर, एसडीएम सुभाष चंद्र, एसडीएम प्रवेश कादियान, नगराधीश डॉ. अनमोल, एसीपी राहुल देव, मलकित सिंह के अलाव पुलिस-प्रशासनिक और रेलवे के वरीय अधिकारी मौजूद थे.