नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर के राज्य हरियाणा और उत्तर प्रदेश से सटे इलाकों की आबोहवा दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है. पिछले 7 दिनों में दिल्ली की हवा ज्यादा खराब हुई है. इसके चलते दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स ( AQI) खराब कैटेगरी में पहुंच गया है. गुरुवार दोपहर 2 बजे तक एक्यूआई 208 रिकॉर्ड किया गया जो अब मॉडरेट (मध्यम) से पूअर (खराब) कैटेगरी में पहुंच गया है. हरियाणा के फरीदाबाद व ग्रुरुग्राम और यूपी के मुजफ्फरनगर का वायु गुणवत्ता स्तर भी खराब श्रेणी में पहुंच गया है. माना जा रहा है कि अगर यही हालात रहे तो आने वाले कुछ दिन में दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR) की हवा और खराब हो सकती है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा हर रोज जारी किए जाने वाले प्रति घंटे के रिकॉर्ड एक्यूआई की बात करें तो पिछले एक सप्ताह से दिल्ली-एनसीआर की हवा में पीएम 10 यानी धूलकण की मात्रा ज्यादा बढ़ी है. इसकी वजह से फेफड़े, अस्थमा और हृदय रोग से पीड़ित लोगों को सांस लेने में ज्यादा तकलीफ होती है. वहीं, खराब हवा के लंबे समय तक संपर्क में रहने वाले ज्यादातर लोगों को सांस लेने में तकलीफ उठानी पड़ती है.
सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक गुरुवार 25 अप्रैल की मध्यरात्रि का वायु गुणवत्ता स्तर 167.1 दर्ज किया गया. परेशानी की बात यह है कि हर घंटे में इसके स्तर में तेजी से इजाफा दर्ज किया जा रहा है. दोपहर दो बजे तक दिल्ली का एक्यूआई 208 रिकॉर्ड हुआ है. सुबह 8 बजे 188 एक्यूआई दर्ज हुआ था जिसके बाद से दिल्ली-एनसीआर की हवा लगातार खराब होती चली गई.
प्रतिघंटा वायु गुणवत्ता स्तर में बदलाव (सोर्स-CPCB)
सुबह 9 बजे | 194.5 |
सुबह 10 बजे | 198.1 |
सुबह 11 बजे | 198 |
दोपहर 12 बजे | 199.8 |
दोपहर 1 बजे | 208 |
वायु गुणवत्ता स्तर के 19 अप्रैल, 2024 के मध्यरात्रि 12 बजे के आंकड़ों की बात करें तो एक्यूआई 174.5 रिकॉर्ड किया गया था जोकि रात्रि 8 बजे तक बढ़कर 195.2 हो गया. इसी तरह से 20 अप्रैल, 2024 को भी एक्यूआई में बढ़ोतरी रिकॉर्ड की गई जो मध्यरात्रि 12 बजे 213.3 एक्यूआई था, वह रात्रि 8 बजे 228.7 एक्यूआई दर्ज किया गया.
गाजीपुर लैंडफिल साइट आग ने भी खराब की हवा
बात अगर रविवार 21 अप्रैल के डेटा की करें तो गाजीपुर लैंडफिल साइट पर लगी आग की वजह से भी दिल्ली का वातावरण खराब हुआ है. दिल्ली-एनसीआर की हवा खराब हुई है. हालांकि, दिल्ली की हवा पहले से ही ज्यादा अच्छी नहीं रही है. 21 अप्रैल की मध्यरात्रि 12 बजे यह 203.5 रिकॉर्ड किया गया था. लेकिन गाजीपुर साइट पर कूड़े के ढेर में लगी आग की घटना ने वायु प्रदूषण को बढ़ाने का काम किया है. आग की घटना रविवार शाम साढ़े 4 बजे के आसपास हुई थी, इससे पहले दिल्ली का एक्यूआई 141 रिकॉर्ड हुआ था. 22 अप्रैल की मध्यरात्रि 12 बजे 142.8 रिकॉर्ड किया गया. हैरान करने वाली बात यह है कि सुबह 5 बजे एक्यूआई 149.3 रिकॉर्ड किया गया.
इसी तरह से बात 23 अप्रैल और 24 अप्रैल की करें तो पिछले सभी एक्यूआई आंकड़ों को पार करते हुए इन दो दिनों ने दिल्ली के लिए चिंता पैदा की है. 23 अप्रैल को एक्यूआई 191.6 दर्ज किया गया तो 24 अप्रैल को सुबह 7 का एक्यूआई 194 रिकॉर्ड हुआ था. हालांकि, यह दोपहर बाद 4 बजे 169.2 रिकॉर्ड किया गया.
मौजूदा हालात से सरकार-प्रशासन नजर आ रहा बेखबर
इस बीच देखा जाए तो दिल्ली-एनसीआर में बढ़ रहे प्रदूषण के लेवल ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. गर्मी के मौसम में मॉर्निंग वॉक करने वालों के लिए सुबह का वातावरण ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाला बन गया है. हवा में पीएम10 के बढ़ने से लोगों को ज्यादा परेशानी उठानी पड़ सकती है. वहीं, हर रोज तेजी से बढ़ने वाले वायु प्रदूषण के स्तर को लेकर दिल्ली सरकार और पड़ोसी राज्यों का प्रशासन इसकी तरफ कोई खास ध्यान नहीं दे रहा है. सरकार और प्रशासन की बेरूखी लोगों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकती है.
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