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फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर का भंडाफोड़, उत्तराखंड से हो रही थी अमेरिका और कनाडा के लोगों से 'ठगी', जानें कैसे? - FAKE CALL center BUSTED - FAKE CALL CENTER BUSTED

उत्तराखंड पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने देहरादून में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है. इसी फर्जी कॉल सेंटर से अमेरिका और कनाडा में लोगों से साइबर ठगी का जा रही थी. आप भी जाने कैसे देहरादून में बैठकर अमेरिका और कनाडा में लोगों को ऑनलाइन लूटा जा रहा था.

dehradun
पुलिस की गिरफ्तर में सभी आरोपी. (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 8, 2024, 4:57 PM IST

Updated : Aug 8, 2024, 6:33 PM IST

देहरादून में फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर का भंडाफोड़ (ETV Bharat)

देहरादून: उत्तराखंड के देहरादून जिले में पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि राजपुर थाना क्षेत्र में फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है, जहां से देश के साथ विदेशों में भी लोगों से ठगी की जा रही है. पुलिस ने मौके से इस गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है. देहरादून पुलिस की गिरफ्त में आए सभी आरोपी महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, गुजरात और बिहार के है.

पुलिस के मुताबिक उनकी टीम ने मौके से 81 लैपटॉप, 42 मोबाइल फोन, 29 डेस्कटॉप, पांच वाई-फाई राउटर और अन्य उपकरण बरामद किए है. देहरादून पुलिस ने पहली बार जिले में संगठित अपराध करने वाले अपराधियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 111 का मुकदमा दर्ज किया गया है.

यूएसए और कनाडा के लोगों से करते थे ऑनलाइन ठगी: पुलिस ने बताया कि आरोपी खुद को इंटरनेशनल एंटी हैकिंग डिपार्टमेंट का अधिकारी बताकर यूएसए और कनाडा के नागरिकों को अपने जाल में फंसाते थे. इसके बाद आरोपी सिस्टम हैक होने की जानकारी देकर उसे ठीक करने लिए दूसरे व्यक्ति को पॉपअप मैसेज भेजते थे, ताकी उनके सिस्टमों का एक्सेस लिया जा सके. साथ ही यूएसए में बैठी दूसरी टीम द्वारा पॉप अप रन किया जाता था. लोगों से ऑनलाइन स्कैम कर कॉल सेंटर संचालकों को हवाला के माध्यम से पेमेंट भेजी जाती थी.

Dehradun Police
देहरादून पुलिस ने मौके से जब्त किए उपकरण. (ETV Bharat)

पुलिस ने बताया कि जब उन्होंने बिल्डिंग में छापा मारा तो वहां पर ग्लोबल टेक एनर्जी सॉल्यूशन (अवैध कॉल सेंटर) चल रहा था, जहां बड़े-बड़े हॉल में लगभग लगभग 100 कैबिने थे. इन कैबिनों में अलग-अलग युवक-युवतियां सिस्टमों पर बैठे हुए थे, और कॉल रिसीव कर रहे थे.

इंटरनेशनल एंटी हैकिंग डिपार्टमेंट कर्मचारी बताकर लोगों के फंसाते थे आरोपी: वहां मौजूद सभी आरोपी अपने आप को इंटरनेशनल एंटी हैकिंग डिपार्टमेंट का कर्मचारी बताकर विदेश में लोगों से उनके कंप्यूटर सिस्टम से हैकिंग हटाने के नाम पर उनके बैंक खातों की जानकारी प्राप्त कर रहे थे. पुलिस ने मौके से आठ लोगों को हिरासत में लिया.

मुख्य आरोपी ने बताया ठगी का तरीका: पूछताछ में मुख्य आरोपी मिहिर अश्वनी भाई और ललित उर्फ रोडी ने बताया कि वे ही देहरादून में फर्जी कॉल सेंटर संचालित कर रहे थे, जहां से वो लोग यूएसए और कनाडा के लोगों को टारगेट करते है.

आरोपी सबसे पहले हैकिंग के नाम पर पीड़ित के सिस्टम का एक्सेस प्राप्त करते थे. इसके बाद सिस्टमों का कंट्रोल लेकर उनके बैक खाते से एंटी हैकिंग सर्विस के नाम पर स्कैम करते थे. पॉप अप मैसेजों को आरोपी देहरादून से अपनी दूसरी टीम जो यूएसए में है, उसे भेजते थे.

इन ऐप का किया जाता है इस्तेमाल: धोखाधड़ी से FITH THIRD BANK के माध्यम से पैसों का लेन देन कर प्राप्त पैसो को हवाला के माध्यम से उन तक पहुंचाया जाता है. आरोपियों द्वारा भेजे गये पॉप अप मैसेजो के दिये नंबर से ग्राहक उनसे सम्पर्क करते है. लोगों के सिस्टमों का रिमार्ट एक्सेस लेने के लिये आरोपी QUICK ASSIST, LOGMEIN, GO SHARE, TINY URL जैसे आनलाइन एप्लीकेशन का इस्तेमाल करते थे. वहीं, काल रिसिव करने के लिये EYEBEAM, ASIA ONE जैसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते है. साथ ही आउट बाउंड काल करने के लिये 2 LINE, TALK TONE जैसे ऑनलाइन ऐप का इस्तेमाल किया जाता है.

देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पुलिस ने कॉल सेंटर में काम कर रहे 58 कर्मचारियों से पूछताछ की. मौके पर पुलिस ने सभी उपकरणों को सील करते हुए कॉल सेंटर संचालित करने वाले सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया. यह कॉल सेंटर डेढ़ महीने पहले ही खोला गया था. पुलिस संबधित राज्यों में भी गिरोह का कनेक्शन खंगाली जा रही है. इस गिरोह का खुलासा करने वाले टीम को 25 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की गई है.

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देहरादून में फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर का भंडाफोड़ (ETV Bharat)

देहरादून: उत्तराखंड के देहरादून जिले में पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि राजपुर थाना क्षेत्र में फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है, जहां से देश के साथ विदेशों में भी लोगों से ठगी की जा रही है. पुलिस ने मौके से इस गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है. देहरादून पुलिस की गिरफ्त में आए सभी आरोपी महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, गुजरात और बिहार के है.

पुलिस के मुताबिक उनकी टीम ने मौके से 81 लैपटॉप, 42 मोबाइल फोन, 29 डेस्कटॉप, पांच वाई-फाई राउटर और अन्य उपकरण बरामद किए है. देहरादून पुलिस ने पहली बार जिले में संगठित अपराध करने वाले अपराधियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 111 का मुकदमा दर्ज किया गया है.

यूएसए और कनाडा के लोगों से करते थे ऑनलाइन ठगी: पुलिस ने बताया कि आरोपी खुद को इंटरनेशनल एंटी हैकिंग डिपार्टमेंट का अधिकारी बताकर यूएसए और कनाडा के नागरिकों को अपने जाल में फंसाते थे. इसके बाद आरोपी सिस्टम हैक होने की जानकारी देकर उसे ठीक करने लिए दूसरे व्यक्ति को पॉपअप मैसेज भेजते थे, ताकी उनके सिस्टमों का एक्सेस लिया जा सके. साथ ही यूएसए में बैठी दूसरी टीम द्वारा पॉप अप रन किया जाता था. लोगों से ऑनलाइन स्कैम कर कॉल सेंटर संचालकों को हवाला के माध्यम से पेमेंट भेजी जाती थी.

Dehradun Police
देहरादून पुलिस ने मौके से जब्त किए उपकरण. (ETV Bharat)

पुलिस ने बताया कि जब उन्होंने बिल्डिंग में छापा मारा तो वहां पर ग्लोबल टेक एनर्जी सॉल्यूशन (अवैध कॉल सेंटर) चल रहा था, जहां बड़े-बड़े हॉल में लगभग लगभग 100 कैबिने थे. इन कैबिनों में अलग-अलग युवक-युवतियां सिस्टमों पर बैठे हुए थे, और कॉल रिसीव कर रहे थे.

इंटरनेशनल एंटी हैकिंग डिपार्टमेंट कर्मचारी बताकर लोगों के फंसाते थे आरोपी: वहां मौजूद सभी आरोपी अपने आप को इंटरनेशनल एंटी हैकिंग डिपार्टमेंट का कर्मचारी बताकर विदेश में लोगों से उनके कंप्यूटर सिस्टम से हैकिंग हटाने के नाम पर उनके बैंक खातों की जानकारी प्राप्त कर रहे थे. पुलिस ने मौके से आठ लोगों को हिरासत में लिया.

मुख्य आरोपी ने बताया ठगी का तरीका: पूछताछ में मुख्य आरोपी मिहिर अश्वनी भाई और ललित उर्फ रोडी ने बताया कि वे ही देहरादून में फर्जी कॉल सेंटर संचालित कर रहे थे, जहां से वो लोग यूएसए और कनाडा के लोगों को टारगेट करते है.

आरोपी सबसे पहले हैकिंग के नाम पर पीड़ित के सिस्टम का एक्सेस प्राप्त करते थे. इसके बाद सिस्टमों का कंट्रोल लेकर उनके बैक खाते से एंटी हैकिंग सर्विस के नाम पर स्कैम करते थे. पॉप अप मैसेजों को आरोपी देहरादून से अपनी दूसरी टीम जो यूएसए में है, उसे भेजते थे.

इन ऐप का किया जाता है इस्तेमाल: धोखाधड़ी से FITH THIRD BANK के माध्यम से पैसों का लेन देन कर प्राप्त पैसो को हवाला के माध्यम से उन तक पहुंचाया जाता है. आरोपियों द्वारा भेजे गये पॉप अप मैसेजो के दिये नंबर से ग्राहक उनसे सम्पर्क करते है. लोगों के सिस्टमों का रिमार्ट एक्सेस लेने के लिये आरोपी QUICK ASSIST, LOGMEIN, GO SHARE, TINY URL जैसे आनलाइन एप्लीकेशन का इस्तेमाल करते थे. वहीं, काल रिसिव करने के लिये EYEBEAM, ASIA ONE जैसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते है. साथ ही आउट बाउंड काल करने के लिये 2 LINE, TALK TONE जैसे ऑनलाइन ऐप का इस्तेमाल किया जाता है.

देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पुलिस ने कॉल सेंटर में काम कर रहे 58 कर्मचारियों से पूछताछ की. मौके पर पुलिस ने सभी उपकरणों को सील करते हुए कॉल सेंटर संचालित करने वाले सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया. यह कॉल सेंटर डेढ़ महीने पहले ही खोला गया था. पुलिस संबधित राज्यों में भी गिरोह का कनेक्शन खंगाली जा रही है. इस गिरोह का खुलासा करने वाले टीम को 25 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की गई है.

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Last Updated : Aug 8, 2024, 6:33 PM IST
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