देहरादूनः नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में हुई चोरी की बड़ी घटना का खुलासा करते हुए घटना में शामिल 2 शातिर चोरों को थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस ने दूधली रोड से गिरफ्तार किया. आरोपियों के कब्जे से करीब 41 लाख रुपए की ज्वेलरी, विदेशी करेंसी और अन्य सामान बरामद किया है. गिरफ्तार चोर शातिर किस्म के अपराधी है. दोनों चोर चोरी वाले घर तक पहुंचने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करते थे.
पुलिस के मुताबिक, 17 अगस्त को अजबपुरकंला निवासी रिटायर्ड इंजीनियर सुरेंद्र सिंह गुसाईं ने फोन पर थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी कि 16 अगस्त की रात चोरों ने उनके घर में घुसकर लगभग 41 लाख रुपए की ज्वेलरी और नकदी चोरी कर ली. सूचना पर नेहरु कॉलोनी पुलिस मौके पर पहुंची और चोरी की घटना के संबंध में जानकारी ली. उसके बाद अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया.
घटना का खुलासा करने के लिए थाना नेहरू कॉलोनी थाना स्तर पर अलग-अलग टीमों का गठन किया गया. जांच के दौरान पीड़ित ने बताया कि चोरी हुई ज्वेलरी की कुल कीमत 41 लाख रुपए है. घटना स्थल और उसके आस-पास सीसीटीवी कैमरे न होने के कारण घटना के खुलासे के लिए पुलिस टीम को मैनुअल पुलिसिंग का सहारा लेते हुए मुखबिरों की मदद ली गई.
सपेरा जनजाति के अपराधियों का खास तरीका: जानकारी के मुताबिक, घटना स्थल पर चोरों द्वारा घटना के समय पीड़ित और उनकी पत्नी के कमरे को बाहर से कुंडी लगाकर बंद कर दिया गया था. घटना स्थल रेलवे पटरी के समीप था. जिस पर घटना की मोडस ऑपरेंडी के संबंध में जानकारी लेने पर मुखबिर के जरिए पुलिस टीम को जानकारी मिली कि इस प्रकार से अपराध करने का तरीका सपेरा जनजाति के कुछ अपराधियों द्वारा अपनाया जाता है.
पुलिस को मिली अहम जानकारी: इस पर पुलिस टीम द्वारा नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में स्थित सपेरा बस्तियों में आरोपियों के संबंध में जानकारी लेते हुए संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गई तो पुलिस टीम को जानकारी मिली कि कुछ सपेरा जनजाति के लोग 10-12 दिन पहले नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में देखे गए थे. उसके बाद घटना वाले दिन ही वह व्यक्ति नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में घूमते हुए देखे गए थे, जो स्थानीय नहीं थे.
ज्वेलरी के साथ गिरफ्तार: गठित पुलिस टीमों द्वारा संदिग्धों के संबंध में जानकारी लेने के बाद मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने दूधली रोड से घटना में शामिल दो आरोपी सौरभ और मनदीप को गिरफ्तार किया. पुलिस को दोनों के कब्जे से चोरी का माल बरामद हुआ है.
रेलवे पटरी से पहुंचते हैं घर तक: पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दोनों सपेरा जनजाति के खानाबदोश किस्म के लोग हैं, जिनका कोई स्थाई ठिकाना नहीं है. चोरी की घटना अंजाम देने के दौरान आरोपी मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करते हैं. सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिए घटना स्थल तक आने जाने के लिए रेलवे पटरी या पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करते हैं. और घटना को अंजाम देने के बाद तुरंत अपने कपड़े बदल लेते हैं.
हरिद्वार में बनाया प्लान: एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपियों द्वारा घटना को अंजाम देने के लिए नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में भी रेलवे पटरी के पास स्थित घर को चिन्हित किया था. जिसकी रेकी आरोपियों ने 10-12 दिन पहले की थी. रेकी के बाद आरोपी कलियर, हरिद्वार चले गए थे. जहां उनके द्वारा घटना की योजना बनाई गई. 16 अगस्त की रात को देहरादून आकार घटना को अंजाम दिया गया.
ये भी पढ़ेंः BJP नेता के बेटे पर जानलेवा हमला, मुंह पर कपड़ा और हाथ में रॉड लिए घर में घुसे हमलावर, देखें वीडियो