श्रीगंगानगर. जिले के सूरतगढ़ क्षेत्र के गोपालसर गांव में हिरण के शिकार की घटना से वन्यजीव प्रेमियों और ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया है. बीती रात संदिग्ध परिस्थिति में एक हिरण का शव मिलने के बाद यह मामला सामने आया. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि हिरण की गोली मारकर हत्या की गई है.
वन्यजीव प्रेमियों में फैला आक्रोश : वन्यजीव रक्षा संगठन के जिला अध्यक्ष मुकेश सुथार ने जानकारी दी कि जैसे ही यह खबर मिली, बड़ी संख्या में संगठन के सदस्य और ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे. सूचना पाकर वन विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे. हिरण के पीठ पर गोली के निशान पाए गए हैं, जिससे यह साफ होता है कि यह मामला शिकार का है.
वन्यजीव प्रेमियों ने तुरंत कार्रवाई की मांग करते हुए वन विभाग पर निष्क्रियता का आरोप लगाया. इस दौरान वन विभाग के अधिकारियों और वन्यजीव प्रेमियों के बीच बहस भी हुई. वन विभाग ने हिरण के शव को कब्जे में लेने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों और वन्यजीव प्रेमियों ने मौके पर ही पोस्टमार्टम की मांग पर जोर दिया.
शराब के नशे में कर्मचारी का आरोप : घटना ने तब और तूल पकड़ा जब ग्रामीणों ने वन विभाग के एक कर्मचारी पर शराब के नशे में होने का आरोप लगाया. वहीं, वन विभाग ने ग्रामीणों पर सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाया. मामले को शांत कराने के लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा.
बीती रात से धरना जारी : इस घटना के विरोध में ग्रामीणों ने हिरण के शव के साथ धरना शुरू कर दिया है. धरना बीती रात से जारी है. पुलिस और वन विभाग के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और बातचीत के जरिए समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं. वन विभाग के डीएफओ दलीप सिंह का कहना है कि हिरण की मौत की असल वजह पोस्टमार्टम के बाद ही स्पष्ट होगी. इस बीच, ग्रामीणों और वन्यजीव प्रेमियों की मांग है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो.