बगहा: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश का माहौल भक्तिमय हो गया है. अयोध्या में राम लला के आगमन को लेकर बिहार के बगहा में देव दीपावली मनाई जाएगी. इसके साथ ही भक्तों के लिए भव्य भंडारा का आयोजन किया जाएगा.
2003 में हुई थी मंदिर की स्थापना: दरअसल, बगहा में वर्षों पूर्व देवराहा बाबा का आश्रम था. जहां साल 2003 में राम जानकी मंदिर की स्थापना हुई. अयोध्या से आए आत्मानंद दास त्यागी बाबा उर्फ नेपाली बाबा ने इसका उद्घाटन किया. उद्घाटन के दिन से 18 वर्षों तक यहां यज्ञ हुआ और इसका समापन महायज्ञ के साथ हुआ. अब यहां लगातार संत मंडली के साधु-संत सीता राम नाम का जप करते हैं.
आस्था का केंद्र है राम जानकी मंदिर: स्थापित राम जानकी मंदिर लोगों के लिए आस्था का एक बड़ा केंद्र है. यहां भी राम लला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. प्राण प्रतिष्ठा के दिन यहां दीपोत्सव मनाने की तैयारी है. साथ ही भंडारा का आयोजन भी किया जा रहा है. जिसकी तैयारी भाजपा और राम भक्तों के द्वारा की जाएगी.
"500 वर्षों के इंतजार के बाद रामलला की वापसी हो रही है. जिसके मद्देनजर बगहा क्षेत्र के सभी मंदिरों में दीपोत्सव, कीर्तन, भजन और भंडारा का आयोजन भाजपा और सनातन धर्म के अनुयायियों के द्वारा किया जा रहा है."- श्रीराम सिंह, सदर विधायक
मंदिर में हमेशा साधु-संत मौजूद: इस मंदिर में नेपाली बाबा के अयोध्या से आए दो शिष्य सतेंद्र दास और राजू दास मंदिर की विधि व्यवस्था देखते हैं. कुल मिलाकर 20 से अधिक साधु-संत इस राम जानकी मंदिर में हमेशा मौजूद रहते हैं. फिलहाल अधिकांश संत अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शिरकत करने गए हैं. वहीं मंदिर में मौजूद बाबा हरिदास का कहना है कि 'अयोध्या में राम लला की स्थापना बहुत पहले हो जानी चाहिए थी, लेकिन विलंब से ही सही भगवान राम वापस अयोध्या लौट रहे हैं.'
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