गोड्डा: शारदीय नवरात्र को लेकर पूरा देश भक्तिमय के माहौल में लीन है. गोड्डा में भी शहरों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी इसे लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है. गोड्डा के मेहरमा प्रखंड स्थित बलबड्डा गांव में हर साल की तरह इस बार भी दुर्गा पूजा का भव्य आयोजन किया गया है, जो इस बार काफी खास है. जिसकी वजह है प्राचीन रानी तालाब में गंगा आरती का आयोजन. बलबड्डा दुर्गा मेला में आयोजन बनारस 'गंगा आरती' में मंत्री दीपिका पांडेय सिंह भी शामिल हुईं. उन्होंने बोला कि यह मेला प्राचीन परंपरा से जुड़ी सैकड़ों वर्ष पुराना है.
बलबड्डा मेला जिले के सबसे पुराने मेले में से एक है. एक अनुमान के तहत यह मेला डेढ़ सौ वर्षों से लगता आ रहा है. इस साल मेले का आकर्षण प्रत्येक दिन होने वाला गंगा आरती है, जिसे देखने हजारों की संख्या में लोग हर शाम को रानी तालाब घाट पहुंचते हैं. इस मौके पर झारखंड सरकार के कृषि मंत्री दीपिका पांडेय सिंह भी पति रत्नेश्वर सिंह के साथ आरती दर्शन करने पहुंची. उन्होंने कहा कि यह नजारा अद्भुत है, जो बलबड्डा की ऐतिहासिक परंपरा को और अधिक खूबसूरती दे रहा है. इसके लिए बलबड्डा की ग्रामीण जनता के प्रयासों की जितनी सराहना की जाय वो कम है.
![Deepika Pandey participated in Ganga Aarti organized at Durga Fair in Godda](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/06-10-2024/jh-god-01-gangaartidurga-avb-jh10020_06102024082942_0610f_1728183582_177.jpg)
स्थानीय पत्रकार धनंजय कुमार सिंह बताते हैं कि बलबड्डा में मेले का इतिहास सैकड़ों साल पुराना है. एक वक्त ऐसा भी था कि यहां के मेले को देखने के लिए लोग भागलपुर, गोड्डा, दुमका, साहिबगंज से आते थे. आज भी लोग बड़ी संख्या में यहां पहुंचते हैं. इस बार नई परंपरा गंगा आरती के साथ पूजा की शुरुआत की गई, जिसमें बनारस के पुजारी भागीदारी निभा रहे हैं.
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