रायपुर: पीसीसी चीफ दीपक बैज केंद्र सरकार के बजट को झांसे का बजट करार दिया. बैज ने कहा कि ये बजट गरीबी को कम करने वाला नहीं है बल्कि गरीबी और बेरोजगारी बढ़ाने वाला है. बजट में गरीबों को रियायत देने के लिए कोई भी प्रावधान सरकार ने नहीं किया. बीते नौ सालों में जितने भी बजट बीजेपी सरकार ने पेश किए वो निराशाजनक रहे. इस बार बजट से लोगों को बड़ी उम्मीद थी लेकिन नतीजा वहीं पुराना वाला ही निकला. आयकर की दरों में बदलाव की गुंजाइश आम जनता कर रही थी, सरकार ने उनको भी राहत नहीं दिया. बजट से पूरा मध्ययमवर्गीय परिवार नाराज है.
बजट से मध्ययमवर्गीय परिवार नाराज: कांग्रेस ने आरोप लगाया कि देश में गरीबी और बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है. महंगाई दर अपने चरम पर है. आम आदमी गैस से लेकर खाने तक का सामान महंगी कीमतों पर खरीद रहा है. केंद्र सरकार को चाहिए था कि वो बजट में गरीबों को इससे राहत प्रदान करे. मध्यमवर्गीय परिवार को बड़ी उम्मीद थी कि इस बार सरकार उनका ख्याल रखेगी. केंद्रीय बजट ने युवाओं और देश के मध्यवर्गीय परिवार दोनों को निराशा किया है. देश की जनता इसका जवाब लोकसभा चुनाव में अपने वोटों के जरिए सरकार को देगी.
अर्थव्यवस्था को चौपट करने वाला बताया बजट: कांग्रेस का कहना है कि ये बजट गरीबों की संख्या तो बढ़ाएगा ही अर्थव्यवस्था को भी चौपट कर देगा. कांग्रेस का आरोप है कि बजट में पूरी तरह से झूठ परोसा गया है. बजट में बीजेपी ने जनता को झूठे सपने दिखाए हैं. बजट में कल्याणकारी योजनाओं का कोई जिक्र नहीं है. एमएसपी पर सरकार ने एक बार फिर किसानों को निराश किया. देश के अन्नदाता को भरोसा था कि इस बार मोदी सरकार बजट में एमएसपी को लेकर बड़े फैसले लेगी. सरकार ने किसानों से लेकर मध्यमवर्गीय परिवार तक को ठगने का काम किया. आने वाले पांच सालों में जो 2 करोड़ लोगों को घर बनाकर देंगे वो कैसे होगा ये बजट में कहीं भी नहीं बताया गया.