रुद्रप्रयाग: मानसून सीजन का आगाज होते ही केदारनाथ यात्रा की रफ्तार धीमी पड़ने लगी है. एक सप्ताह पहले केदारनाथ धाम की यात्रा पर बीस हजार तीर्थ यात्री पहुंचे थे. वहीं अब मात्र सात से आठ हजार के बीच ही तीर्थ यात्री केदारनाथ की यात्रा पर पहुंच रहे हैं. हालांकि अभी तक 9 लाख 90 हजार से अधिक तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए हैं.
बता दें कि दस मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुले थे. 10 मई से 20 जून तक भारी संख्या में यात्री केदारनाथ धाम पहुंचे थे. शुरूआती यात्रा के दौरान प्रत्येक दिन 30 से 35 हजार यात्री केदारनाथ धाम पहुंच रहे थे. इसके बाद बीच में प्रत्येक दिन बीस हजार यात्री धाम पहुंचे, लेकिन 20 जून के बाद यात्रियों की संख्या में कमी आ गई है. धाम में संचालित होने वाली नौ हेली सेवाओं में से सात हेली सेवाएं भी बरसात को देखते हुए वापस लौट गई हैं.फिलहाल, केदारघाटी से दो हेली सेवाएं ही संचालित हो रही हैं. यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रशासन की ओर से धाम सहित पैदल मार्ग पर भारी संख्या में एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, यात्रा मैनेजमेंट फोर्स, पीआरडी और होमगार्ड आदि के जवान तैनात किए गए हैं.
केदारनाथ धाम के मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग ने बताया कि केदारनाथ की भूमि तप और साधना की भूमि है. यहां आकर मनुष्य के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. आज के समय में जिस प्रकार से धाम में आकर रील बनाने का प्रचलन चल रहा है. यह सही नहीं है. उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम की यात्रा सुगमता से चल रही है जिला प्रशासन और मंदिर समिति की ओर से बेहतर व्यवस्थाएं की गई हैं.
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