कोटा. शहर में एक 19 वर्षीय युवक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हुई हो गई है. युवक शाम को चिकित्सक को दिखाने गया था, जहां पर ही उसने दम तोड़ दिया. इसके बाद मृतक युवक के परिजनों ने चिकित्सक पर ही गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगा दिया है. इस मामले में सामने आ रहा है कि युवक की चार से पांच दिन पहले से तबीयत खराब थी. परिजनों ने चिकित्सक पर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है. साथ ही पुलिस को शिकायत भी दी है. देर शाम को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टर के क्लीनिक को सीज किया, उसके बाद परिजन शव लेने के लिए तैयार हुए.
इस पूरे मामले पर मकबरा थाना अधिकारी वासुदेव सिंह का कहना है कि इस मामले में मर्ग दर्ज कर लिया है. साथ ही पूरे मामले की जांच की जा रही है. इस मामले में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा और तब ही कुछ खुलासा हो पाएगा.
मृतक 19 वर्षीय तपन शर्मा किशोरपुरा इलाके में रहता था. मृतक यवुक के रिश्तेदार कौशल का कहना है कि तपन की तीन-चार दिनों से तबीयत खराब थी. उन्होंने आरोप लगाया है की तपन गुरुवार रात को 8:00 बजे के करीब पाटनपोल स्टेशन की क्लीनिक पर दिखाने गया था. चिकित्सक ने कुछ इंजेक्शन लिखे थे, जिन्हें वह पास के मेडिकल से लेकर आए थे. इसके बाद इंजेक्शन उसके लगाए गए और 5 मिनट में ही उसकी तबीयत बिगड़ गई व शरीर नीला पड़ गया. बाद में क्लिनिक पर ही उसकी मौत हो गई.
इस पूरे मामले में सामने आ रहा है कि युवक को बीते 4 से 5 दिनों से बुखार था और वह मेडिकल स्टोर से ही दवा खरीद कर खा रहा था. तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उसने जांच करवाई थी, इसके बाद ही वह पाटनपोल स्थित चिकित्सक को दिखाने गया था. जहां पर ही उसको इंजेक्शन लगाया गया और इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई.
क्लिनिक हुआ सीजः तपन शर्मा की मौत के मामले में दिनभर गतिरोध जारी रहा. महिला प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष राखी गौतम और ब्राह्मण समाज के नेता इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन मोर्चरी के बाहर करते रहे. उन्होंने शव नहीं उठाया. परिजनों ने डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की. ऐसे में देर शाम को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टर के क्लीनिक को सीज किया, उसके बाद परिजन शव लेने के लिए तैयार हुए. इस गतिरोध के चलते पूरे दिन मोर्चरी के बाहर हंगामा चलता रहा और भारी पुलिस बल भी तैनात रहा.