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आगरा में 'मुर्दा' किसान पहुंचा तहसील, हैरान एसडीएम ने तहसीलदार से मांगी रिपोर्ट - LIVE FARMER DECLARED DEAD

लेखपाल ने दस्तावेजों में मृत घोषित कर दूसरी महिला और उसके बच्चों के नाम कर दी जमीन, खतौनी की नकल लेने के दौरान हुआ खुलासा

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खुद को जिंदा साबित करने के लिए भटक रहा किसान (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 25, 2025, 4:10 PM IST

आगरा: यूपी के आगरा में एक जिंदा किसान को कागजों में मृत घोषित कर दूसरे के नाम जमीन चढ़ा देने का सनसनी खेज मामला सामने आया है. जिले की बाह तहसील में एक किसान जब फॉर्मर रजिस्ट्री करवाने पहुंचा तो उस वक्त हैरान रह गया जब पता चला कि भू अभिलेखों में वह मृत था. इतना ही नहीं, किसान की जमीन की वारिस उसकी पत्नी और बच्चों की जगह किसी अनजान महिला और उसके तीन बेटों के नाम हो गए. जानकारी मिलते ही पीड़ित किसान ने एसडीएम बाह से शिकायत की है. जिसमें आरोप लगाया गया कि लेखपाल से मिली भगत करके जिंदा होने पर भी मुझे मृत घोषित कर दूसरी महिला और उसके बेटों के नाम जमीन कर दिया. दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की मांग की गई. इस बारे में बाह एसडीएम सृष्टि ने बताया कि मामला बेहद गंभीर है. जिसकी तहसीलदार से जांच करके रिपोर्ट तलब की है. जांच रिपोर्ट के बाद इसमें सख्त कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि बाह तहसील के थाना बसई अरेला के नगला भरी गांव के निवासी रामौतार जब शुक्रवार को किसान सम्मान निधि के लिए अपनी जमीन की फॉर्मर रजिस्ट्री कराने गए तो हैरान रह गए. किसान रामौतार को भू अभिलेखों में मृत दिखाकर उनकी जमीन के वारिस में अनजान महिला और उसके 3 बेटों के नाम दर्ज मिले. ये देखकर किसान रामौतार के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई.

पीडित किसान रामौतार ने बताया कि शुक्रवार दोपहर तहसील बाह में फार्मर रजिस्ट्री के लिए खतौनी लेने गया था. जब खतौनी लेने के लिए प्रार्थना पत्र दिया तो पता चला कि भू अभिलेखों में मृत घोषित कर दिया गया, और मेरे वारिश के नाम में मुलिया पत्नी रामौतार और उसके तीन बेटे दिनेश परिहार, दीपक परिवार और नरेश परिहार पुत्र रामौतार को वारिस बनाया गया.

भू अभिलेखों में मृत घोषित जिंदा किसान रामौतार ने एसडीएम बाह सृष्टि के सामने पेश हुए. जहां पीड़ित ने आरोप लगाया कि मैं जिंदा हूं. लेकिन लेखपाल और राजस्व निरीक्षक ने 15 अप्रैल 2022 को मुझे भू अभिलेखों में मार दिया. मुझे मृत घोषित कर अनजान महिला मुलिया देवी, दिनेश, दीपक, नरेश को मेरा वारिस बनाया है. जबकि, मेरी पत्नी का नाम रामा देवी, बेटे मनोज, संतोष, सतेन्द्र हैं. भू अभिलेखों में मृत घोषित दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए. इस के साथ ही खतौनी में मेरा नाम अंकित किया जाए.

इस पूरे गड़बड़झाले पर एसडीएम बाह सृष्टि ने पीड़ित किसान को सख्त कार्रवाई करने और जांच का आश्वासन दिया है. एसडीएम बाह सृष्टि ने बताया कि मामला बेहद गंभीर है. इसलिए, इसे गंभीरता से लिया है. इस मामले में तहसीलदार से जांच करके रिपोर्ट मांगी है. रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़ें : रेलवे स्टेशन पर लावारिस बैग में मिले जिंदा कोबरा और अजगर, जीआरपी जवानों के उड़े होश

आगरा: यूपी के आगरा में एक जिंदा किसान को कागजों में मृत घोषित कर दूसरे के नाम जमीन चढ़ा देने का सनसनी खेज मामला सामने आया है. जिले की बाह तहसील में एक किसान जब फॉर्मर रजिस्ट्री करवाने पहुंचा तो उस वक्त हैरान रह गया जब पता चला कि भू अभिलेखों में वह मृत था. इतना ही नहीं, किसान की जमीन की वारिस उसकी पत्नी और बच्चों की जगह किसी अनजान महिला और उसके तीन बेटों के नाम हो गए. जानकारी मिलते ही पीड़ित किसान ने एसडीएम बाह से शिकायत की है. जिसमें आरोप लगाया गया कि लेखपाल से मिली भगत करके जिंदा होने पर भी मुझे मृत घोषित कर दूसरी महिला और उसके बेटों के नाम जमीन कर दिया. दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की मांग की गई. इस बारे में बाह एसडीएम सृष्टि ने बताया कि मामला बेहद गंभीर है. जिसकी तहसीलदार से जांच करके रिपोर्ट तलब की है. जांच रिपोर्ट के बाद इसमें सख्त कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि बाह तहसील के थाना बसई अरेला के नगला भरी गांव के निवासी रामौतार जब शुक्रवार को किसान सम्मान निधि के लिए अपनी जमीन की फॉर्मर रजिस्ट्री कराने गए तो हैरान रह गए. किसान रामौतार को भू अभिलेखों में मृत दिखाकर उनकी जमीन के वारिस में अनजान महिला और उसके 3 बेटों के नाम दर्ज मिले. ये देखकर किसान रामौतार के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई.

पीडित किसान रामौतार ने बताया कि शुक्रवार दोपहर तहसील बाह में फार्मर रजिस्ट्री के लिए खतौनी लेने गया था. जब खतौनी लेने के लिए प्रार्थना पत्र दिया तो पता चला कि भू अभिलेखों में मृत घोषित कर दिया गया, और मेरे वारिश के नाम में मुलिया पत्नी रामौतार और उसके तीन बेटे दिनेश परिहार, दीपक परिवार और नरेश परिहार पुत्र रामौतार को वारिस बनाया गया.

भू अभिलेखों में मृत घोषित जिंदा किसान रामौतार ने एसडीएम बाह सृष्टि के सामने पेश हुए. जहां पीड़ित ने आरोप लगाया कि मैं जिंदा हूं. लेकिन लेखपाल और राजस्व निरीक्षक ने 15 अप्रैल 2022 को मुझे भू अभिलेखों में मार दिया. मुझे मृत घोषित कर अनजान महिला मुलिया देवी, दिनेश, दीपक, नरेश को मेरा वारिस बनाया है. जबकि, मेरी पत्नी का नाम रामा देवी, बेटे मनोज, संतोष, सतेन्द्र हैं. भू अभिलेखों में मृत घोषित दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए. इस के साथ ही खतौनी में मेरा नाम अंकित किया जाए.

इस पूरे गड़बड़झाले पर एसडीएम बाह सृष्टि ने पीड़ित किसान को सख्त कार्रवाई करने और जांच का आश्वासन दिया है. एसडीएम बाह सृष्टि ने बताया कि मामला बेहद गंभीर है. इसलिए, इसे गंभीरता से लिया है. इस मामले में तहसीलदार से जांच करके रिपोर्ट मांगी है. रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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