ETV Bharat / state

जिस बेटी की हत्या में पिता और भाई जेल गए, वह मां बनकर 14 माह बाद घर लौटी, जानिए उस दिन क्या हुआ था? - MAHARAJGANJ NEWS

महराजगंज के घुघली थाना क्षेत्र की घटना, लड़की के जिंदा लौटने से उस अज्ञात लड़की के शव का रहस्य गहराया, जिसकी हुई थी शिनाख्त

जेल से आने के बाद बेटी को ढूंढ रहा था पिता.
जेल से आने के बाद बेटी को ढूंढ रहा था पिता. (Photo Credit; ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 6 hours ago

महराजगंज: जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. घुघली क्षेत्र में जिस नाबालिग बेटी की हत्या के आरोप में माता-पिता को जेल जाना पड़ा था. वह किशोरी 14 महीने बाद मां बनकर जिंदा लौट आई है. मृत लड़की के जिंदा वापस लौटने से पुलिस महकमा में सनसनी मच गई है.

13 जून की रात को हुई थी लापताः घुघली क्षेत्र के एक गांव की 13 वर्षीय लड़की 21 जून 2023 की रात घर से निकली लेकिन वापस नहीं लौटी. लड़की गांव के ही एक परिवार के घर में काम करने जाती थी. कुछ दिन पहले पैसा चोरी का आरोप लगा था. लड़की के लापता होने के बाद उसके पिता ने गांव के उस परिवार के तीन सदस्यों के खिलाफ 2 जुलाई 2023 को घुघली थाना में अपहरण का केस दर्ज कराया. जांच पड़ताल के बीसवें दिन निचलौल थाना क्षेत्र के मधुबनी माइनर में एक अज्ञात किशोरी का शव मिला. शव की परिजनों से पहचान कराकर घुघली पुलिस केस में अपहरण की धाराओं को तरमीम कर हत्या का धारा बढ़ा दी. किशोरी की मां के बयान के बाद पिता व उसके भाई हत्यारोपित बना दिए. जबकि अपहरण के तीनों आरोपियो का नाम केस से बाहर निकाल दिया गया.

मारपीट कर जुर्म कबूलवायाः किशोरी के भाई और पिता का कहना है कि उन्हें कोतवाली में ले जाकर थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मियों ने तीन से चार दिन तक बहुत पीटा और जबरन हत्या की बात कबूल करवाई थी. पिटाई के डर की वजह से उन्होंने उस समय जुर्म कबूल कर लिया था. इसके बाद पिता व भाई ढाई माह तक जेल में रहे. बाद में हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद बाहर आए.

बिहार के बगहा में थी किशोरी: किशोरी घर से लापता होने के बाद बिहार के पश्चिमी चम्पारण जिले के बगहा कैलाशनगर में चली गई थी. वहां के एक युवक से शादी कर ली. बीते दीवाली के दिन एक बेटी की मां बनी किशोरी गुजरात भी गई थी. किशोरी के पिता ने बताया कि जेल से आने के बाद वह बेटी को ढूंढ रहे थे. इसी दौरान एक व्यक्ति आया और वह फोन नंबर लेकर गया. उस नंबर से बात होने पर पता चला कि बेटी बिहार के बगहा में है. चार दिन पहले परिजन बगहा पहुंचे और से बेटी को साथ लेकर घर आए.

रेप करने के बाद बिहार में ले जाकर छोड़ाः घर लौटी किशोरी ने बताया कि जब वह 21 जून को काम करने गई थी, उसके साथ मारपीट कर रेप किया गया. इस दौरान वह रोती-चीखती चिल्लाती रही है. बाद में उसे गाड़ी में बैठाकर बिहार ले जाकर छोड़ दिया गया था. वहां, पर वह भटकती रही. इसी बीच उसने एक युवक से शादी कर ली.

केस निरस्त करने के लिए कोर्ट में की अपीलः अब कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बेटी के वापस लौटने की जानकारी देकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. पिता का कहना है कि जिस बेटी का हत्यारा बनाकर पुलिस जेल भेजी, वह बेटी जिंदा हैं. इस वजह से उसके खिलाफ दर्ज हत्या का केस निरस्त किया जाए. मृत लड़की के जिंदा मिलने की खबर मिलने के बाद पुलिस विभाग के अधिकारी परिजनों से मिले और पूरी जानकारी ली. एसपी सोमेंद्र मीना का कहना है कि मामले की पूरी जानकारी लेने के बाद ही स्पष्ट रूप से कुछ बताया जा सकता है. मामला कोर्ट में लंबित है.

इसे भी पढ़ें-महराजगंज में BSA ने प्रधानाध्यापिका वंदना त्रिपाठी को किया सस्पेंड, कई टीचर्स को कारण बताओ नोटिस

महराजगंज: जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. घुघली क्षेत्र में जिस नाबालिग बेटी की हत्या के आरोप में माता-पिता को जेल जाना पड़ा था. वह किशोरी 14 महीने बाद मां बनकर जिंदा लौट आई है. मृत लड़की के जिंदा वापस लौटने से पुलिस महकमा में सनसनी मच गई है.

13 जून की रात को हुई थी लापताः घुघली क्षेत्र के एक गांव की 13 वर्षीय लड़की 21 जून 2023 की रात घर से निकली लेकिन वापस नहीं लौटी. लड़की गांव के ही एक परिवार के घर में काम करने जाती थी. कुछ दिन पहले पैसा चोरी का आरोप लगा था. लड़की के लापता होने के बाद उसके पिता ने गांव के उस परिवार के तीन सदस्यों के खिलाफ 2 जुलाई 2023 को घुघली थाना में अपहरण का केस दर्ज कराया. जांच पड़ताल के बीसवें दिन निचलौल थाना क्षेत्र के मधुबनी माइनर में एक अज्ञात किशोरी का शव मिला. शव की परिजनों से पहचान कराकर घुघली पुलिस केस में अपहरण की धाराओं को तरमीम कर हत्या का धारा बढ़ा दी. किशोरी की मां के बयान के बाद पिता व उसके भाई हत्यारोपित बना दिए. जबकि अपहरण के तीनों आरोपियो का नाम केस से बाहर निकाल दिया गया.

मारपीट कर जुर्म कबूलवायाः किशोरी के भाई और पिता का कहना है कि उन्हें कोतवाली में ले जाकर थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मियों ने तीन से चार दिन तक बहुत पीटा और जबरन हत्या की बात कबूल करवाई थी. पिटाई के डर की वजह से उन्होंने उस समय जुर्म कबूल कर लिया था. इसके बाद पिता व भाई ढाई माह तक जेल में रहे. बाद में हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद बाहर आए.

बिहार के बगहा में थी किशोरी: किशोरी घर से लापता होने के बाद बिहार के पश्चिमी चम्पारण जिले के बगहा कैलाशनगर में चली गई थी. वहां के एक युवक से शादी कर ली. बीते दीवाली के दिन एक बेटी की मां बनी किशोरी गुजरात भी गई थी. किशोरी के पिता ने बताया कि जेल से आने के बाद वह बेटी को ढूंढ रहे थे. इसी दौरान एक व्यक्ति आया और वह फोन नंबर लेकर गया. उस नंबर से बात होने पर पता चला कि बेटी बिहार के बगहा में है. चार दिन पहले परिजन बगहा पहुंचे और से बेटी को साथ लेकर घर आए.

रेप करने के बाद बिहार में ले जाकर छोड़ाः घर लौटी किशोरी ने बताया कि जब वह 21 जून को काम करने गई थी, उसके साथ मारपीट कर रेप किया गया. इस दौरान वह रोती-चीखती चिल्लाती रही है. बाद में उसे गाड़ी में बैठाकर बिहार ले जाकर छोड़ दिया गया था. वहां, पर वह भटकती रही. इसी बीच उसने एक युवक से शादी कर ली.

केस निरस्त करने के लिए कोर्ट में की अपीलः अब कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बेटी के वापस लौटने की जानकारी देकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. पिता का कहना है कि जिस बेटी का हत्यारा बनाकर पुलिस जेल भेजी, वह बेटी जिंदा हैं. इस वजह से उसके खिलाफ दर्ज हत्या का केस निरस्त किया जाए. मृत लड़की के जिंदा मिलने की खबर मिलने के बाद पुलिस विभाग के अधिकारी परिजनों से मिले और पूरी जानकारी ली. एसपी सोमेंद्र मीना का कहना है कि मामले की पूरी जानकारी लेने के बाद ही स्पष्ट रूप से कुछ बताया जा सकता है. मामला कोर्ट में लंबित है.

इसे भी पढ़ें-महराजगंज में BSA ने प्रधानाध्यापिका वंदना त्रिपाठी को किया सस्पेंड, कई टीचर्स को कारण बताओ नोटिस

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.