बूंदी. जिले के लाखेरी क्षेत्र में मेज नदी में डूबे बुजुर्ग का शव 31 घंटे बाद बुधवार को कोटा एसडीआरएफ की टीम ने खोज निकाला. पापड़ी निवासी कालू लाल मंगलवार दोपहर खेत पर रखवाली करने जाने की कहकर घर से निकला था. जब वह घर नहीं लौटा तो परिजनों के तलाश करने पर बुधवार को उसकी पगड़ी मेज नदी किनारे पड़ी मिली. नदी में डूबने की आशंका के चलते परिजनों ने पुलिस को सूचना दी. बुधवार दोपहर चार बजे कोटा से पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने 2.5 घंटे की मशक्कत के बाद बुजुर्ग के शव को नदी से निकाला.
मेज नदी किनारे पड़ी मिली बुजुर्ग की पगड़ी: लाखेरी थाना अधिकारी सुभाष चंद्र शर्मा ने बताया कि लाखेरी क्षेत्र के पापड़ी गांव निवासी कालू लाल मंगलवार दोपहर घर से खेत पर जाने की कहकर निकला था. देर शाम तक वह घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसकी देर रात तक तलाश की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला. बुधवार सुबह बुजुर्ग की पगड़ी मेज नदी किनारे पड़ी मिली. हादसे की आशंका को लेकर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी.
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ढाई घंटे की मशक्कत के बाद बुजुर्ग के शव मिला : सूचना पर पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंची. मामले की जांच करने के बाद स्थानीय गोताखोरों की मदद से नदी में सर्च अभियान शुरू करवाया. बाद में कोटा से पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने ढाई घंटे की मशक्कत के बाद बुजुर्ग के शव को ढूंढकर बाहर निकाला. बुजुर्ग का शव दिल्ली-मुबंई एक्सप्रेस हाईवे के पुल के करीब नदी के बीच में मिला है. ऐसी आशंका है कि बुजुर्ग नदी किनारे स्थित खेत पर जा रहा होगा. इस बीच नदी पार करते समय गफलत में नदी में डूब गया. मृतक का खेत नदी के किनारे पर ही है. वह गेंहू की फसल की रखवाली करने वहां जाता था. पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया है.