दुमका: जिले के हंसडीहा थाना क्षेत्र के एक गांव में मिट्टी के मकान से आज बुधवार को पुलिस ने सड़ा गला अवस्था में एक आदिवासी महिला का शव मिला है. पुलिस ने शव की पहचान कर ली है. युवती पिछले 12 दिनों से (06 सितम्बर से) लापता थी पर परिवार वालों की ओर से इसकी सूचना किसी थाने को नहीं दी गई थी. फिलहाल पुलिस अनुसंधान में जुट गई है.
आधार कार्ड और कपड़े से हुई पहचान
दुमका जिले के हंसडीहा थाना क्षेत्र में एक कच्चे मकान से महिला का शव बरामद हुआ है. उसकी पहचान सरैयाहाट थाना क्षेत्र के एक 22 वर्षीय युवती के रूप में हुई है. शव के पूरी तरह से खराब हो जाने की वजह से कपड़े और आधार कार्ड से उसकी पहचान की गई. संभावना जताई जा रही है की आठ-दस दिन पूर्व महिला की हत्या की गई है.
घटना की जानकारी ग्रामीणों को तब हुई जब एक चरवाहे को घटनास्थल पर बदबू का अहसास हुआ तब उसने इसकी जानकारी गांव वालों को दी. ग्रामीणों ने जैसे ही शव को देखा तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी. जिसके बाद हंसडीहा थाना की पुलिस मौके पर पहुंच शव को कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए दुमका भेज दिया.
मृतका के पति ने लगाया आरोप
घटनास्थल पर पहुंचे मृतका के पति ने बताया कि उसकी पत्नी छह सितंबर से ही लापता थी. उसने कहा कि छह सितंबर को वह अपनी पत्नी के साथ दुमका कोर्ट गया था. दुमका कोर्ट में ज्यादा विलंब होने की वजह से उसने अपनी पत्नी को अपने छोटे बच्चे की देखभाल के लिए वापस घर भेज दिया. देर शाम जब वह घर आया तो उसे पता चला कि उसकी पत्नी घर नहीं पहुंची है. पति ने गांव के ही एक व्यक्ति पर पत्नी की हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी पत्नी का उक्त युवक के साथ प्रेम संबंध चल रहा था और उसी ने रास्ते से हटाने को लेकर उसकी हत्या की है.
एसपी ने कहा- हो रही है छानबीन
इस पूरे मामले पर दुमका एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने कहा कि महिला की हत्या हुई है. वह पिछले 12 दिनों से लापता थी. हालांकि इसकी सूचना किसी थाने में नहीं दी गई थी. पति का भी बयान लिया गया है. उन्होंने कहा कि मामले की गहन तहकीकात की जा रही है. जल्द दोषी को गिरफ्तार किया जाएगा.
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