नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली के चिल्ला यमुना खादर में डीडीए ने यमुना खादर में बनी झुग्गी झोपड़ियों पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई. डीडीए की कार्रवाई यही नहीं रुकी. डीडीए के दस्ते ने वहां बने रैन बसेरों को भी तोड़ दिया. डीडीए की इस कार्रवाई से झुगी झोपड़ी में रहने वालों में रोष है. वहीं रैन बसेरा को तोड़े जाने को डीडीए अपनी चूक बता रहा है.
दरअसल दिल्ली यमुना खादर इलाके में खेतीबाड़ी करने वाले मजदूर झुग्गी झोपड़ी बना कर खादर इलाके में रहते हैं. इस अतिक्रमण पर डीडीए की नजर है. डीडीए का कहना है की यमुना खादर में रहने वाले लोग अवैध तरीके से यहां रह रहे हैं, जिस पर कार्रवाई की जा रही है. वहीं चिल्ला खादर में रहने वाले लोगों का कहना है कि वे लोग परिवार के साथ बरसों से यमुना खादर में रह रहे हैं.
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यमुना खादर के खेतों में काम कर अपना जीवन यापन कर रहे हैं. उन लोगों ने कोई पक्का निर्माण नहीं किया था, बल्कि झुग्गी बनाकर रह रहे थे. अब उनकी झुग्गी को उजाड़ दिया जा गया है. डीडीए की टीम ने उनके घरों को उजाड़ दिया है.
लगों का कहना है कि बिना किसी नोटिस के उनके उनकी झुग्गियों को तोड़ दिया गया. उन्हें सामान निकालने का भी मौका नहीं दिया गया. उनके सामान बर्बाद हो गए. अब वे लोग खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं. कहा कि बरसात के मौसम में हम लोग कहां जाएं ? सरकार की तरफ से उनके लिए कोई व्यवस्था भी नहीं की गई है.
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