रांची/साहिबगंज: झारखंड में 38 सीटों के लिए अंतिम फेज की वोटिंग चल रही है. सभी पार्टियां अपने अपने स्तर से मतदान केंद्रों की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रख रही हैं. लेकिन सुबह 7 बजकर 08 मिनट पर ही झारखंड मुक्ति मोर्चा के ऑफिशियल एक्स हैंडल से किए गए एक पोस्ट ने खलबली मचा दी.
झामुमो ने गंभीर सवाल उठाते हुए लिखा कि "क्या केंद्रीय सुरक्षा बलों को बोरियो विधानसभा समेत संताल परगना में आदिवासियों को आतंकित करने के लिए लगाया गया है? सुबह से उनके आम आदिवासी वोटरों को डराने धमकाने की खबरें आ रही है. @ECISVEEP कृपया जागिए @dcpakur ध्यान दें लोकतंत्र के इस महान पर्व में सबको शामिल होने का अधिकार हमारा संविधान हमें देता है ".
ईटीवी भारत के साहिबगंज संवाददाता शिव शंकर ने झामुमो के इस गंभीर आरोप के बाबत डीसी हेमंत सती से पूछा तो उन्होंने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई घटना उनके संज्ञान में नहीं आई है. यह भी बताया कि इसकी जानकारी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय को दे दी गई है.
अव्वल तो ये कि झामुमो ने बोरियो विधानसभा का जिक्र करते हुए पाकुड़ के डीसी से ध्यान देने की अपील कर दी. जबकि बोरियो विधानसभा क्षेत्र साहिबगंज जिला में आता है. झारखंड मुक्ति मोर्चा द्वारा सोशल मीडिया पर किए गये इस पोस्ट का पाकुड़ के डीसी ने भी तत्परता से जवाब दिया. उन्होंने लिखा कि पाकुड़ जिले में बोरियो विधानसभा क्षेत्र नहीं आता है. पाकुड़ जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान चल रहा है.
आपको बता दें कि अंतिम फेज की 38 सीटों के लिए कुल 528 प्रत्याशी मैदान में हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मंत्री हफीजुल हसन, दीपिका पांडेय सिंह, इरफान अंसारी और बेबी देवी, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो की प्रतिष्ठा दाव पर लगी हुई है. साथ ही पूर्व सीएम और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, सीएम की पत्नी कल्पना सोरेन, सीएम के छोटे भाई बसंत सोरेन, गुरुजी की बड़ी बहू सीता सोरेन का राजनीतिक भविष्य तय होना है.
सबसे खास बात है कि अंतिम फेज की 38 सीटों में संथाल की 18, उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल की 18 और दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की 02 सीटें शामिल हैं. संथाल में जम्मू के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक का दबदबा है तो उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए का. इसी फेज के नतीजे तय करेंगे कि झारखंड में सरकार किसकी बनेगी.
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