इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (DAVV) की तत्कालीन कुलपति रेणु जैन का कार्यकाल 28 सितंबर को समाप्त हो रहा है. नए कुलपति को लेकर बीते दिनों प्रक्रिया पूरी हो गई. राजभवन द्वारा नए कुलपति के रूप में प्रो. राकेश सिंघई के नाम पर मोहर लगाई गई है. वर्तमान में प्रो. राकेश सिंघई निर्देशक यूनिवर्सिटी इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय शिवपुरी में पदस्थ हैं.
इंदौर से 5 शिक्षाविद् कुलपति की दौड़ में थे
डीएवीवी के नए कुलपति की चयन प्रक्रिया अप्रैल में शुरू की गई थी, जहां देश पर से 200 से ज्यादा आवेदन आए थे. केवल इंदौर से ही 15 शिक्षाविद् ने कुलपति के लिए अपनी किस्मत आजमाई लेकिन स्क्रूटनी में केवल 5 शिक्षाविद् ही शामिल हो सके थे. इनमें आशुतोष मिश्रा, राजीव दीक्षित, सचिन शर्मा, कन्हैया आहूजा और संजय दीक्षित शामिल थे. उम्मीद जताई जा रही थी कि इस बार किसी स्थानीय शिक्षाविद् को विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया जा सकता है. हालांकि शनिवार को राजभवन से जारी हुए आदेश के बाद सारे कयासो पर विराम लग गया.
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कई आवेदन अधूरे दस्तावेज के कारण खारिज
बीते दिनों राजभवन से कुलपति रेणु जैन के लिए जारी हुए पत्र के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि करीब एक सप्ताह बाद नए कुलपति की नियुक्ति होगी. हालांकि शनिवार को जारी हुए अचानक आदेश के बाद हर कोई हैरान रह गया. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलगुरु डॉ.रेणु जैन का कार्यकाल खत्म हो रहा है. समिति ने दावेदारों को अपने मापदंड पर परखकर नाम लिफाफे में बंद कर दिए थे. निजी कॉलेजों में कोड-28 में नियुक्ति को अनुभव में जोड़ा गया. कई आवेदन समिति ने अधूरे दस्तावेज होने के चलते खारिज किए गए. सितंबर में दर्जनभर को शार्टलिस्ट किया गया. फिर उम्मीदवारों को ई-मेल के माध्यम से 20 सितंबर को साक्षात्कार के बारे में जानकारी दी गई.