जयपुर. राजधानी जयपुर के सांगानेर सदर थाना इलाके में एक युवक के अपहरण का मामला सामने आया है. एक लड़की के गुम हो पर उसके परिजनों को एक युवक पर शक हुआ. उसके बाद उन लोगों ने उसे अगवा कर लिया. पुलिस ने अपहरण के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मंगलवार को पुलिस ने जोधपुर निवासी आरोपी नेमीचंद मेघवाल, विनोद कुमार मेघवाल, सुमित मेघवाल और शेखर चंद को गिरफ्तार किया है.
डीसीपी साउथ दिगंत आनंद ने बताया कि 3 जून, 2024 को सुबह 5:30 बजे पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना प्राप्त हुई थी कि होम्योपैथिक कॉलेज सायपुरा से एक युवक का अपहरण हो गया है. सूचना के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. साथ ही मामले को गंभीरता से लेते हुए एडिशनल डीसीपी साउथ पारसमल जैन और एसीपी चाकसू सुरेंद्र सिंह के निर्देशन में सांगानेर सदर थाना अधिकारी पूनम चौधरी के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया.
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पुलिस के मुताबिक जानकारी हासिल करने पर सामने आया कि बिलाड़ा जोधपुर निवासी नेमीचंद मेघवाल की बेटी जोधपुर से गुम हो गई है, जिसका शक सूचना करने वाली सुमन के भाई सतीश मेघवाल पर है. अपनी बेटी की तलाश में सतीश के बड़े भाई स्वतंत्र प्रसाद सोलंकी के घर पर पहुंचे. घर के अंदर घुसकर तलाशी ली, लेकिन लड़की के परिजनों को उनकी बेटी नहीं मिली. उसके बाद आरोपियों ने सूचनाकर्ता के बड़े भाई स्वतंत्र प्रसाद सोलंकी को जबरन अपने साथ ले गए और धमकी देकर गए कि अगर कल तक लड़की नहीं आई तो इसको जिंदा जला देंगे.
अपह्रत व्यक्ति और उसके भाई की पत्नी का मोबाइल भी साथ ले गए. पुलिस की टीम ने संदिग्ध लोगों के मोबाइल लोकेशन प्राप्त की. लोकेशन अजमेर रोड स्थित दूदू कस्बा के पास एक होटल की आ रही थी. पुलिस की टीम त्वरित पीछा करते हुए होटल पर पहुंची. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अपह्रत व्यक्ति स्वतंत्र प्रसाद सोलंकी को आरोपियों के चंगुल से छुड़वाया. अपहरण के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों गिरफ्तार कर लिया है. अपह्रत व्यक्ति की पत्नी की रिपोर्ट पर मामला दर्ज करके जांच पड़ताल की जा रही है.
अपहरण करने का उद्देश्य : पुलिस के मुताबिक आरोपी नेमीचंद मेघवाल की बेटी 31 मई को जोधपुर से गायब हो गई थी, जिसका शक अपह्रत व्यक्ति के छोटे भाई सतीश मेघवाल पर हो रहा था. आरोपियों को अंदेशा था कि सतीश मेघवाल उनकी बेटी को अपने साथ ले गया है. इस शक के आधार पर आरोपी सतीश की तलाश में जयपुर पहुंचे, लेकिन उनकी बेटी और सतीश नहीं मिला तो सतीश के बड़े भाई स्वतंत्र प्रसाद सोलंकी को मारपीट करके जबरन अपने साथ ले गए थे. अपनी लड़की को लाने के लिए अपह्रत व्यक्ति के परिवारजनों पर दबाव बना रहे थे.