कोटा. शहर के नांता थाना इलाके में मां की डांट से नाराज होकर घर छोड़कर गई एक बालिका की बॉडी चंबल नदी की नहर से रिकवर की गई. बालिका 2 दिन पहले अपनी मां की डांट से नाराज होकर घर छोड़कर साइकिल लेकर निकल गई थी. काफी तलाश करने के बाद उसकी साइकिल नहर के किनारे खड़ी मिली थी. इसके बाद ही पुलिस ने नगर निगम के गोताखोर के जरिए सर्च अभियान नहर में शुरू करवाया था. दो दिन चले इस सर्च अभियान में शुक्रवार को बालिका का शव घटनास्थल से 25 किलोमीटर दूर बूंदी जिले के नमाना में मिला है. पुलिस घटनास्थल से बॉडी को एमबीएस अस्पताल लेकर आई है, जहां पर शव का पोस्टमार्टम प्रक्रिया करवाई जाएगी.
नांता थानाधिकारी नवल किशोर शर्मा ने बताया कि मोहनलाल सुखाड़िया आवासीय योजना में रहने वाली 10 वर्षीय बालिका बुधवार शाम से लापता थी. यह शव भी नमाना के नजदीक नहर जहां चौड़ी हो रही है और तालाब से होकर में निकल रही है, वहां मिली है. जबकि नहर बंदी करवा नगर निगम के गोताखोरों के जरिए स्कूबा डाइविंग से बॉडी की तलाश करवाई जा रही थी.
थानाधिकारी नवल किशोर शर्मा का कहना है कि बालिका के पड़ोसियों ने इसकी शिकायत मां से की थी. जिसमें बताया था कि यह सुखाए जाने वाले कपड़ों को इधर-उधर कर देती है. इसके बाद मां ने बालिका की डांट लगाई थी. मां की बात से ही वह नाराज होकर साइकिल लेकर घर से रवाना हो गई. काफी देर नहीं आने के बाद परिजनों ने बालिका की तलाश शुरू कर दी थी. उसकी साइकिल बड़गांव नहर के नजदीक मिली थी. इसके बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी और नगर निगम के गोताखोरों के जरिए अभियान शुरू करवाया था.