दरभंगाः शुक्रवार को पटना के IGIMS में आयोजित नेत्र अस्पताल के उद्घाटन समारोह में सीएम नीतीश कुमार ने महागठबंधन के साथ जाने की अटकलों को यह कह कर खारिज कर दिया कि वो दो बार गलती कर चुके हैं, तीसरी बार नहीं करेंगे. लेकिन शनिवार को जो दरभंगा में हुआ वो सीएम नीतीश के बयानों के विपरीत दिखाई दे रहा है. दरअसल दरभंगा में सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के शुभारंभ समारोह में बिहार सरकार के मंत्री मदन सहनी ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जेपी नड्डा और मंगल पांडेय को खरी-खरी सुना दी.
बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं की खोल डाली पोलः उद्घाटन समारोह के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बिहार में दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं का जहां महिमामंडन किया वहीं बिहार सरकार के समाज कल्याण मंत्री और जेडीयू नेता मदन सहनी ने बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर सवाल उठाए. मदन सहनी ने कहा कि आज की तारीख दरभंगा के लिए याद रखनेवाली तारीख है लेकिन दरभंगा में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत ठीक नहीं है.
"हम बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहना चाहते हैं कि रोगी का भी इलाज सही ढंग से हो इस पर बात करने की जरूरत है. हम मंत्री मंगल पांडे से कहना चाहते हैं कि आप पटना से बहुत सारी सुविधा उपलब्ध कराते हैं, लेकिन यहां वह सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती है.बिहार सरकार के मंत्री होने के नाते हमें बोलना नहीं चाहिए, लेकिन हमें दरभंगा जिले में रहना है. दरभंगा के लोगों को सहयोग करने में हम काम नहीं आएंगे, तब उस समय हमलोगों को कठिनाई होगी."-मदन सहनी, समाज कल्याण मंत्री, बिहार सरकार
'पटना रेफर करने की जरूरत क्यों ?'- मदन सहनी ने कहा कि बहुत सारा सामान स्वास्थ्य विभाग की ओर से उपलब्ध कराया जाता है, लेकिन उसका लाभ रोगियों को नहीं मिल पाता है. इसलिए कोई नीति बननी चाहिए. जो सामान आप उपलब्ध कराते हैं, उसका लाभ रोगी को मिल रहा है या नहीं, यह देखने की जरूरत है.
"दूसरी बात ये है कि किस परिस्थिति में दरभंगा से मरीज को रेफर कर दिया जाता है. इसका भी पूरा ब्योरा होना चाहिए.बहुत सारे ऐसे मरीज को हम लोग जानते हैं और रोज देखते भी हैं, जिन्हें DMCH से पटना रेफर करने की जरूरत नहीं है, फिर भी उसे भी रेफर कर दिया जाता है."-मदन सहनी, समाज कल्याण मंत्री, बिहार सरकार
'क्या पीएमसीएच पर विश्वास नहीं ?'- मदन सहनी ने कहा कि निजी क्लीनिक और निजी हॉस्पिटल चलानेवाले डॉक्टर भी सीधे पटना के IGIMS रेफर कर देते हैं. हमलोग ये जानना चाहते हैं कि मरीजों को रेफर भी किया जाता है तो PMCH क्यों नहीं. इसका मतलब PMCH पर विश्वास नहीं है.
"IGIMS में किसी भी मरीज को भर्ती कराना कितना कठिन है, ये आप भी जानते हैं. इस पर निगरानी होनी चाहिए ताकि मरीजो को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मिले और उन्हें इलाज करवाने के क्रम में किसी प्रकार की परेशानी न हो."-मदन सहनी, समाज कल्याण मंत्री, बिहार सरकार
'अलग-अलग हो प्रबंधनः' मदन सहनी ने DMCH के सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में भी जल्द से जल्द इंडोर इलाज की सुविधा शुरू करने की मांग की. साथ ही DMCH और सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का प्रबंधन अलग-अलग हाथों में देने की मांग रखी. उन्होंने कहा कि सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में DMCH के चिकित्सक व कर्मी नहीं, बल्कि अलग से चिकित्सक व कर्मी की आवश्यकता है. तब जाकर हमलोगों को इस अस्पताल का पूरा लाभ मिलेगा.
बीजेपी कोटे से हैं बिहार के स्वास्थ्य मंत्रीः इस बड़े और खास आयोजन में मंत्री मदन सहनी ने बेशक बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं की सच्चाई ही बयां की और जो सवाल उठाए वो पूरी तरह वाजिब थे, लेकिन इसको लेकर सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं. दरअसल बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय बीजेपी कोटे से हैं. कहीं मदन सहनी का ये बयान जेडीयू-बीजेपी के रिश्तों में तल्खी वाली चर्चा को बल तो नहीं दे रहा है ?
दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल बन रहा PMCH, जेपी नड्डा ने किया निरीक्षण - JP Nadda Bihar Visit