'आपको चरवाहा विद्यालय का क्रेडिट लेना चाहिए,' दरभंगा AIIMS के निर्माण को केंद्र की मंजूरी पर JDU का तेजस्वी पर तंज - darbhanga aiims in Sobhan - DARBHANGA AIIMS IN SOBHAN
बिहार का बरसों पुराना इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है. दरभंगा एम्स बनाने का रास्ता अब साफ हो गया है. शोभन के पास प्रस्तावित जमीन पर ही एम्स का निर्माण किया जाएगा. इसको लेकर केंद्र सरकार ने अपनी मंजूरी दे दी है. वहीं जदयू ने इसको लेकर आरजेडी पर क्रेडिट लेने का आरोप लगाते हुए जमकर हमला किया है.
Published : Jul 27, 2024, 2:25 PM IST
पटना: दरभंगा एम्स निर्माण की केंद्र से स्वीकृति मिलने के बाद इस पर क्रेडिट लेने की होड़ भी शुरू हो गई है. राज्यसभा में जदयू के सांसद और राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने भी केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया है तो वहीं जदयू मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी केंद्र को धन्यवाद दिया है. नीरज ने दरभंगा एम्स के बहाने नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव पर निशाना भी साधा है.
राज्य सरकार 150 एकड़ मुफ्त देगी जमीन: नीरज ने कहा राज्य सरकार के द्वारा दिए गए प्रस्ताव शोभन बाईपास दरभंगा में एम्स बनेगा, इसकी मंजूरी मिली है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर 150 एकड़ जमीन निशुल्क स्थानांतरित किया जाएगा. साथ ही साथ बिजली, पानी, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं भी राज्य सरकार उपलब्ध कराएगी. अब विपक्ष इसका भी क्रेडिट ले रहा है. तेजस्वी जनता का क्रेडिट खो हो चुके हैं और आपको चरवाहा विद्यालय का क्रेडिट लेना चाहिए.
"राष्ट्रीय जनता दल के विधायक दल के नेता माननीय तेजस्वी यादव जी अपने विधायकों का तो मानसून सत्र में क्रेडिट अंदरूनी खो दिए, लापता पाए गए, अंतरिक्ष में थे या आकाश में या पाताल में थे या लंदन स्कूल आफ इकोनॉमिक्स में भाषण दे रहे थे. पता ही नहीं चला शारीरिक रूप से तो मीडिया को मिले लेकिन साक्षात रूप से विधायकों को दर्शन नहीं दिये. राजद के विधायकों के बीच खुद का अंदरूनी क्रेडिट खो रहे हैं."- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जेडीयू
केंद्र सरकार की तकनीकी टीम की रिपोर्ट पर स्वीकृति: वहीं संजय झा ने कहा है कि दरभंगा में एम्स निर्माण के लिए राज्य सरकार द्वारा शोभन-एकमी बाईपास के निकट प्रस्तावित भूमि का सर्वेक्षण करने 18-19 मार्च 2024 को दरभंगा आई केंद्र सरकार की तकनीकी टीम ने अपनी रिपोर्ट में उक्त भूमि को एम्स निर्माण के लिए उपयुक्त बताया है. इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने प्रस्तावित भूमि पर एम्स के निर्माण को मंजूरी दे दी है.
"इस मंजूरी के लिए मैं आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति अपनी ओर से तथा संपूर्ण मिथिलावासियों की ओर से कोटि-कोटि आभार प्रकट करता हूं. हमें विश्वास है, दरभंगा में एम्स का निर्माण अब जल्द शुरू होगा."- संजय झा,राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, जेडीयू
शोभन में ही बनेगा दरभंगा एम्स, जल्द शुरू होगा निर्माण।
— Sanjay Kumar Jha (@SanjayJhaBihar) July 26, 2024
हमें शेयर करते हुए खुशी है कि दरभंगा में एम्स निर्माण के लिए राज्य सरकार द्वारा शोभन-एकमी बाईपास के निकट प्रस्तावित भूमि का सर्वेक्षण करने 18-19 मार्च 2024 को दरभंगा आई केंद्र सरकार की तकनीकी टीम ने अपनी रिपोर्ट में उक्त… pic.twitter.com/3XHLhBJii5
फोर लेन कनेक्टिविटी के लिए पहल: प्रस्तावित भूमि पर एम्स निर्माण की मंजूरी मिल जाने के बाद, राज्य सरकार अब जल्द ही संपूर्ण भूमि (150 एकड़ से अधिक) केंद्र को नि:शुल्क हस्तांतरित कर देगी. साथ ही, अपने संसाधनों से उक्त स्थल पर बिजली और पानी की आपूर्ति की व्यवस्था करने तथा वहां तक फोर लेन कनेक्टिविटी देने के लिए भी जरूरी कदम उठाएगी.
'दरभंगा शहर को मिलेगा नया विस्तार': संजय झ ने कहा कि हमारा मानना है कि एम्स का निर्माण शहर की सीमा पर स्थित शोभन के पास होगा, तो दरभंगा शहर को एक नया विस्तार मिलेगा और नये क्षेत्रों का तेजी से विकास होगा. इससे नये क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा होंगे. इसके साथ ही, राज्य सरकार दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (डीएमसीएच) का भी पुनर्विकास करा रही है.वहां 2500 बेड का नया अस्पताल बनाने के लिए ₹2742.04 करोड़ की योजना पर काम चल रहा है. दोनों सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों का निर्माण हो जाने पर दरभंगा केवल उत्तर बिहार के लिए ही नहीं, नेपाल तक के लिए भी एक बड़ा केंद्र बन जाएगा.
दरभंगा एम्स का निर्माण और विवाद: दरभंगा में एम्स निर्माण को लेकर पिछले कई सालों से सियासत होता रही है. पहले दरभंगा मेडिकल कॉलेज परिसर में ही एम्स बनाने की चर्चा थी, लेकिन बाद में नीतीश सरकार ने शोभन के पास जमीन उपलब्ध कराने की घोषणा की. लेकिन जल जमाव वाले क्षेत्र के कारण केंद्र सरकार ने जमीन लेने से मना कर दिया था. लेकिन बाद में केंद्र सरकार उस जमीन पर एम्स बनाने के लिए तैयार हो गई और अब तकनीकी टीम की स्वीकृति के बाद एम्स निर्माण का रास्ता पूरी तरह से साफ हो गया है.
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