भिवानी: हरियाणा में पिछले काफी समय से डीएपी खाद न मिलने से किसानों को परेशानी हो रही है. डीएपी ने मिलने से राज्य के किसान दर-दर भटक रहे हैं. ऐसे में हरियाणा प्रदेश में फसल बुवाई के लिए जरूरी डीएपी खाद प्रचुर मात्रा में किसानों के लिए उपलब्ध कराई जा रही है. ताकि किसानों को फसलों का अच्छा उत्पादन मिल सके. अकेले भिवानी जिले में 11 हजार 366 मीट्रिक टन डीएपी खाद की आवक इस सीजन में हुई है. जो 1350 रुपये के भाव से किसानों को वितरित की गई है. अब तक 200 मीट्रिक टन सरकार के गोदामों में रखी हुई है.
किसानों के लिए डीएपी कराई उपलब्ध: बता दें कि डीएपी खाद नैफेड समेत विभिन्न सरकारी एजेंसियों, कॉपरेटिव सोसायटी व प्राइवेट डिस्ट्रीब्यूटरों के माध्यम से वितरित की जा रही है. इस बारे में भिवानी के कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर विनोद कुमार ने बताया कि अब तक 11 हजार 366 मीट्रिक टन खाद किसानों के लिए उपलब्ध कराई गई है. इसमें से 200 मीट्रिक टन खाद अभी भी अलग-अलग बिक्री केंद्रों पर वितरण के लिए उपलब्ध है. इसके साथ ही 1900 मीट्रिक टन खाद भिवानी जिला के लिए और आएगी. जिसके बाद किसी भी तरह की कमी खाद को लेकर नहीं रहेगी. हालांकि उन्होंने कहा कि भविष्य में यूरिया खाद की जरूरत किसानों को रहेगी. इसके लिए विभाग व्यापक प्रबंध कर रहा है.
डीएपी के लिए किसान परेशान: वहीं, किसानों का कहना है कि डीएपी खाद को लेकर उन्हें काफी असुविधा हो रही है. हालांकि उन्होंने कहा कि खाद उन्हें जरुर मिल गई है. प्रति एकड़ एक कट्टे की खपत फसलों की बुवाई के लिए किसान प्रयोग कर रहे हैं. हालांकि किसानों ने कहा कि देरी से बुवाई की वजह से फसलों पर प्रभाव जरूर पड़ेगा. किसानों का कहना है कि डीएपी लेने के लिए सुबह से सारा दिन लाइन में लगना पड़ता है. जिसके चलते बीच में भी स्टॉक खत्म हो जाता है और किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. लाइनों में ही सुबह से शाम हो जाती है.
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