जयपुर: उपचुनाव में जीत दर्ज कराने वाले सातों विधायकों ने मंगलवार को विधानसभा पहुंच कर सदस्यता की शपथ ली. विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने उन्हें शपथ दिलाई. सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षण किया खींवसर से रालोपा प्रमुख हनुमान बेनीवाल की पत्नी को हराकर विधानसभा पहुंचने वाले भाजपा के रेवंतराम डांगा ने. वे अपने समर्थकों के साथ ट्रैक्टर पर बैठकर विधानसभा आए, जबकि दौसा से कांग्रेस विधायक डीसी बैरवा अपने हाथ में संविधान की प्रति दिखाते हुए नजर आए.
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सभी नवनिर्वाचित विधायकों को विधानसभा सदस्यता की शपथ दिलाई. रामगढ़ से बीजेपी विधायक सुखवंत सिंह, देवली-उनियारा से बीजेपी के राजेंद्र गुर्जर, खींवसर से बीजेपी के रेवंत राम डांगा, झुंझुनू से बीजेपी के राजेंद्र भांबू, सलूंबर से बीजेपी की शांति देवी, दौसा से कांग्रेस विधायक डीसी बैरवा और चौरासी से BAP विधायक अनिल कटारा ने शपथ ली.
आरएलपी का विधानसभा में खाता बंद: 23 नवंबर को सात सीटों पर हुए विधानसभा उपचुनाव में इस बार बीजेपी 5 सीटें जीतने में कामयाब रही, जबकि एक सीट कांग्रेस और एक भारत आदिवासी पार्टी के खाते में गई. इस बार के चुनाव परिणाम में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का विधानसभा में खाता बंद हो गया है. वहां से विधानसभा चुनाव 2023 में हनुमान बेनीवाल जीत कर आए थे, लेकिन बाद में वे नागौर लोकसभा सीट से सांसद बन गए. इस उपचुनाव में खींवसर से आरएलपी की तरफ से हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल मैदान में थी, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. कनिका को बीजेपी उम्मीदवार रेवंत राम डांगा ने हराया. डांगा कभी हनुमान बेनीवाल के करीबी रहे थे, लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले वे भाजपा में शामिल हो गए थे. दौसा विधानसभा सीट पर भाजपा नेता किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा को कांग्रेस उम्मीदवार डीसी बैरवा से हार का सामना करना पड़ा. वहीं चौरासी विधानसभा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी को इस बार भी भारत आदिवासी पार्टी ने झटका दिया. यहां बाप प्रत्याशी अनिल कटारा को जीत मिली थी.
ट्रैक्टर से पहुंचे डांगा: सभी सातों विधायक सुबह 11:00 से पहले विधानसभा सदस्य की शपथ लेने के लिए पहुंचे. इसमें खास तौर से खींवसर विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर आने वाले भाजपा विधायक रेवंत राम डांगा के पहुंचने की तस्वीर खासी चर्चित रही, क्योंकि डांगा ट्रैक्टर पर सवार होकर विधानसभा पहुंचे, डांगा स्वयं ट्रैक्टर चलाकर अपने समर्थकों के साथ विधानसभा पहुंचे.बता दें कि उपचुनाव में कांग्रेस ने देवली उनियारा, झुंझुनू और रामगढ़ सीटें खोई है.कांग्रेस के पास 4 सीटें थीं, अब एक दौसा सीट से ही जीत दर्ज की है. इस तरह कांग्रेस को तीन सीट का नुकसान हुआ, जबकि बीजेपी ने 5 सीटें जीती थी. उसे चार सीट का लाभ मिला.
इसलिए हुए उपचुनाव: विधानसभा की 5 सीटों पर विधायकों के सासंद बनने और 2 पर विधायकों के निधन के कारण उपचुनाव हुए थे. खींवसर से हनुमान बेनीवाल नागौर से सांसद बने, देवली उनियारा से कांग्रेस विधायक हरीश मीणा टोंक सवाईमाधोपुर से, झुंझुनू विधायक बृजेंद्र ओला झुंझुनू से, दौसा विधायक मुरारलाल मीणा दौसा से और चौरासी से बाप विधायक राजकुमार रोत बांसवाड़ा डूंगरपुर से सांसद बन गए थे. सलूंबर सीट पर बीजेपी विधायक अमृतलाल मीणा और रामगढ़ सीट कांग्रेस विधायक जुबेर खान के निधन की वजह से खाली हुई थी.