धनबाद: जिले में दो दिनों तक हुई बारिश के कारण नदी और डैम का जलस्तर काफी बढ़ गया है. जिससे जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है. बारिश के कारण सड़कों, कॉलोनियों, घरों में पानी घुस गया. आम जनजीवन अभी भी अस्त व्यस्त है. वहीं, जिले के जमुनिया व दामोदर नदी सहित पंचेत व मैथन डैम का जलस्तर भी बढ़ गया है. बताया जा रहा है कि दो दिनों से लगातार हुई बारिश के कारण तेनुघाट डैम के पानी को छोड़ा जा रहा है, जिसके कारण दामोदर नदी का जलस्तर बढ़ते ही जा रहा है. इसका असर जलापूर्ति पर पड़ने लगा है. मोटर में कचरा फंसने के कारण मशीन खराब हो गया है.
दामोदर नदी का जलस्तर 460 आरएल (रिवर लेवल) पर पहुंच गया है. नदी का जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे के जलापूर्ति मोटर पंप फुटबॉल को ऊपर उठा लिया गया है. वहीं, दो दिनों से जामाडोबा जल संयंत्र में जल भंडारण व पानी सप्लाई का काम ठप पड़ा हुआ है. जलापूर्ति को ठीक करने के लिए कर्मचारी ठीक करने में जुटे हुए हैं. जामाडोबा स्थित झमाडा के जल संयंत्र से सिर्फ झरिया विधानसभा क्षेत्र ही नहीं बल्कि पुटकी क्षेत्र के लिए भी जलापूर्ति होती है. जलस्तर बढ़ने का असर भी दोनों इलाकों को झेलना पड़ रहा है. करीब 12 लाख की आबादी को जलापूर्ति प्रभावित हो गयी है.
उधर, झमाडा कर्मियों का कहना है कि नदी का जलस्तर बढ़ने से फुटबॉल का लेवल सेट करने में समय लगता है. पंप को ऊपर उठाना पड़ता है. पानी कम होने पर भी यही स्थिति उत्पन्न होती है. इसके बावजूद जलापूर्ति करने का प्रयास किया जा रहा है. जलस्तर 452 आरएल होना चाहिए. दामोदर नदी में करीब पांच फीट पानी बढ़ गया है और आगे भी पानी और बढ़ता ही जा रहा है. पानी के साथ काफी मात्रा में कचरा भी आ रहा है, जिसके कारण फुटबॉल जाम हो जा रहा है. इससे रॉवॉटर को जल भंडारण गृह में भेजने में परेशानी हो रही है.
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