कानपुर: शिवराजपुर थाना क्षेत्र में रविवार रात कालिंदी एक्सप्रेस को हादसे का शिकार बनाने की साजिश पूरी तरह नाकाम हो गई. साजिश रचने वालों ने पूरी तैयारी की थी कि ट्रेन हादसे का शिकार बन जाए. बर्राजपुर स्टेशन के आगे ट्रैक पर गिट्टी हटाकर वहां सिलेंडर फिक्स कर दिया था. इससे कुछ ही दूरी पर पेट्रोल बम रख दिया था ताकि अगर धमाका हो तो चपेट में ट्रेन की कई बोगियां आ जाएं.लेकिन एलपीजी सिलेंडर ट्रेन से टकराने के बाद ट्रैक से काफी दूर जाकर गिरा. इस तरह यह हादसा बच गया. फिलहाल इस हादसे की एनआईए की पांच सदस्यीय टीम व एटीएस ने जांच शुरू कर दी है.
जांच के दौरान मिले संकेतों से समझें यह बड़ी साजिश
कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने के लिए एक एलपीजी सिलेंडर को स्लीपर के बीच गिट्टी में फंसा दिया गया था ताकि अगर ट्रेन सिलेंडर से टकराए तो एक तेज धमाका हो और ट्रेन बेपटरी हो जाए.
ट्रैक पर फंसाए गए सिलेंडर की नोजल को पेट्रोल बम की सुतली से जोड़ दिया गया था और ट्रैक के पास बारूद भी रख दिया गया था. साजिशकर्ताओं की मंशा थी कि अगर सिलेंडर न फटा तो उसके रगड़ने से चिंगारी निकले जो कि पेट्रोल बम व बारूद तक पहुंचे जाए और एक तेज धमाका हो.
माना जा रहा है कि अगर एलपीजी सिलेंडर और पास में ही रखे पेट्रोल बम और विस्फोटक में तेज धमाका होता तो पूरी ट्रेन ही आग की चपेट में आ जाती और इससे काफी बड़ी जनहानि होती.
जानिए हादसे की रात कब क्या हुआ
रविवार रात को कालिंदी एक्सप्रेस को दुर्घटनाग्रस्त करने की कोशिश की गई. ट्रेन देर शाम करीब 7:24 बजे पर भवानी के लिए निकली थी. वहीं, रात करीब 8:35 बजे ट्रेन बर्राजपुर स्टेशन पार करने के बाद जैसे ही आगे बढ़ी, ट्रेन पटरी के बीच में रखे गैस भरे सिलेंडर से टकरा गई. चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाया और ट्रेन को रोकने की पूरी कोशिश की. संयोग रहा कि ट्रेन से टकराने के बाद गैस सिलेंडर फटा नहीं बल्कि काफी दूर जा गिरा, जिससे किसी भी प्रकार की कोई जनहानी नहीं हुई. बताया जा रहा है कि इससे पहले शाम करीब 5:12 बजे कासगंज-अनवरगंज एक्सप्रेस इसी रूट से गुजरी थी. करीब 3 घंटे 25 मिनट समय के बीच ही साजिशकर्ताओं ने ट्रेन पलटाने के लिए यह सब किया.
पुलिस के रडार पर कानपुर से कन्नौज तक के अपराधी
कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस हादसे के बाद पुलिस के रडार पर कानपुर से लेकर कन्नौज तक के अपराधी हैं. पुलिस लगातार इसे लेकर ताबड़तोड़ छापेमारी भी कर रही है. फिलहाल अभी तक पुलिस ने 10 लोगों को हिरासत में लिया है. जिस जगह पर यह घटना हुई है, वहां पर पिछले कुछ महीने में कितने लोग बाहर से आकर बसे हैं, उनके बारे में भी अब जानकारी जुटाई जा रही है.
एडीजी-आईजी एटीएस पहुंचे : हादसे की जानकारी मिलते ही सोमवार सुबह एटीएस आईजी नीलाब्जा चौधरी भी घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि रविवार रात को ट्रेन के डिरेलमेंट का सम्भवतः प्रयास किया गया है और उसका निरीक्षण हम लोगों ने किया है. हमारी टीम इस पर काम भी कर रही है. सभी पहलुओं को हम लोग गंभीरता से देख रहे हैं.
वहीं एडीजी रेलवे पुलिस प्रकाश डी भी मौके पर पहुंचे. कहा कि कुछ लोगों को चिन्हित किया गया है. बहुत ही जल्द इसमें कार्रवाई होगी. कहा कि यह बहुत ही गंभीर घटना है. जल्द घटना का पर्दाफाश होगा. घटना से संबंधित सूचना लोग जीआरपी के कंट्रोल रूम नंबर 9454402544 पर दे सकते हैं. लाभप्रद सूचना देने वाले को पुरस्कार दिया जाएगा.