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गाजियाबाद में साइबर पुलिस ने पीड़ितों के खातों में वापस कराए 6.73 करोड़ रुपये, जानें पूरा मामला - money return to cyber crime victims - MONEY RETURN TO CYBER CRIME VICTIMS

Police returned money to cyber crime victims: गाजियाबाद में साइबर क्राइम पुलिस ने साइबर क्राइम पीड़ितों के खातों में 6.73 करोड़ रुपये वापस कराए हैं. आइए जानते हैं किन बातों को ध्यान रखकर साइबर फ्रॉड के लिए बचा जा सकता है. पढ़ें पूरी खबर...

साइबर क्राइम पीड़ितों के पैसे किए गए वापस
साइबर क्राइम पीड़ितों के पैसे किए गए वापस (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : May 9, 2024, 5:18 PM IST

एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद (ETV Bharat)

नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली एनसीआर में साइबर फ्रॉड की घटनाएं आम होती जा रही हैं. ऐसी घटनाओं का खुलासा करने के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी गाजियाबाद की साइबर क्राइम पुलिस ने विभिन्न साइबर फ्रॉड की घटनाओं में तत्काल मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की. विभिन्न बैंकों से संपर्क कर फ्रॉड से संबंधित खातों को फ्रिज कराया गया. साथ ही विभिन्न घटनाएं जैसे टेलीग्राम टास्क फ्रॉड, शेयर ट्रेडिंग फॉड, फेडेक्स कूरियर फॉड और पुलिस ऑफिसर बन मुकदमे में फंसाने का भय दिखाकर फ्रॉड करने आदि में अभियोग पंजीकृत किए गए थे.

एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद के मुताबिक, गाजियाबाद में साइबर क्राइम थाना बनने के बाद 8 मई, 2024 तक साइबर फ्रॉड के कुल 116 अभियोग पंजीकृत कराए गए. इसमें विभिन्न बैंकों से संपर्क कर बैंक खातों में आए हुए फ्रॉड के अमाउंट को फ्रिज कराया गया. इस अवधि के बीच कुल सात करोड़ 98 लाख 32 लाख 787 रुपये होल्ड कराते हुए छह करोड़ 73 लाख 45 हजार 787 रुपए न्यायालय के आदेश से साइबर पीड़ित के खातों में वापस कराए गए. पीड़ित व्यक्तियों ने मेहनत की कमाई वापस मिलने पर राहत की सांस ली.

साइबर अपराध से बचाव के तरीके-

  1. शेयर ट्रेडिंग फ्रॉड से बचने के लिए आधिकारिक डीमेट एकाउंट से ही शेयर ट्रेडिंग करें.
  2. किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें.
  3. टेलीग्राम टास्क फ्रॉड से बचें.
  4. केडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने आदि को लेकर आने वाली कॉल पर कोई भी बैंक डिटेल एवं ओटीपी शेयर न करें.
  5. किसी भी सोशल साइट पर बिना पूर्ण जानकारी के किसी भी ग्रुप (टेलीग्राम/व्हाटसऐप आदि) से न जुड़ें.
  6. किसी के कहने पर कोई रिमोट एक्सेस ऐप, जैसे एनीडेस्क या टीम व्यूवर आदि डाउनलोड न करें.
  7. वर्क फ्रॉम होम के ऐड देखकर लालच में न पड़ें.
  8. सोशल मीडिया से सम्बन्धित एप्लीकेशन में सुरक्षा हेतु टू-स्टेप ऑथेन्टीकेशन का हमेशा प्रयोग करें.
  9. किसी भी कस्टमर केयर नंबर को गूगल पर सर्च करते समय सम्बन्धित कम्पनी की अधिकारिक वेबसाइट से ही नंबर लें.
  10. जॉब, लोन, टावर लगाने और लॉटरी के नाम पर, रिश्तेदार बनकर यदि कोई आपसे पैसा मांगता है तो आपके साथ फ्रॉड हो सकता है, इससे बचें.

यह भी पढ़ें- भूल कर भी न दबाएं ये बटन, वरना हो जाएगा बैंक अकाउंट हो जाएगा खाली, अब तक लगा कई लोगों को चूना

यह भी पढ़ें- नोएडा: शेयर बाजार में निवेश पर मुनाफे का झांसा देकर शख्स से 29 लाख की ठगी

एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद (ETV Bharat)

नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली एनसीआर में साइबर फ्रॉड की घटनाएं आम होती जा रही हैं. ऐसी घटनाओं का खुलासा करने के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी गाजियाबाद की साइबर क्राइम पुलिस ने विभिन्न साइबर फ्रॉड की घटनाओं में तत्काल मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की. विभिन्न बैंकों से संपर्क कर फ्रॉड से संबंधित खातों को फ्रिज कराया गया. साथ ही विभिन्न घटनाएं जैसे टेलीग्राम टास्क फ्रॉड, शेयर ट्रेडिंग फॉड, फेडेक्स कूरियर फॉड और पुलिस ऑफिसर बन मुकदमे में फंसाने का भय दिखाकर फ्रॉड करने आदि में अभियोग पंजीकृत किए गए थे.

एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद के मुताबिक, गाजियाबाद में साइबर क्राइम थाना बनने के बाद 8 मई, 2024 तक साइबर फ्रॉड के कुल 116 अभियोग पंजीकृत कराए गए. इसमें विभिन्न बैंकों से संपर्क कर बैंक खातों में आए हुए फ्रॉड के अमाउंट को फ्रिज कराया गया. इस अवधि के बीच कुल सात करोड़ 98 लाख 32 लाख 787 रुपये होल्ड कराते हुए छह करोड़ 73 लाख 45 हजार 787 रुपए न्यायालय के आदेश से साइबर पीड़ित के खातों में वापस कराए गए. पीड़ित व्यक्तियों ने मेहनत की कमाई वापस मिलने पर राहत की सांस ली.

साइबर अपराध से बचाव के तरीके-

  1. शेयर ट्रेडिंग फ्रॉड से बचने के लिए आधिकारिक डीमेट एकाउंट से ही शेयर ट्रेडिंग करें.
  2. किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें.
  3. टेलीग्राम टास्क फ्रॉड से बचें.
  4. केडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने आदि को लेकर आने वाली कॉल पर कोई भी बैंक डिटेल एवं ओटीपी शेयर न करें.
  5. किसी भी सोशल साइट पर बिना पूर्ण जानकारी के किसी भी ग्रुप (टेलीग्राम/व्हाटसऐप आदि) से न जुड़ें.
  6. किसी के कहने पर कोई रिमोट एक्सेस ऐप, जैसे एनीडेस्क या टीम व्यूवर आदि डाउनलोड न करें.
  7. वर्क फ्रॉम होम के ऐड देखकर लालच में न पड़ें.
  8. सोशल मीडिया से सम्बन्धित एप्लीकेशन में सुरक्षा हेतु टू-स्टेप ऑथेन्टीकेशन का हमेशा प्रयोग करें.
  9. किसी भी कस्टमर केयर नंबर को गूगल पर सर्च करते समय सम्बन्धित कम्पनी की अधिकारिक वेबसाइट से ही नंबर लें.
  10. जॉब, लोन, टावर लगाने और लॉटरी के नाम पर, रिश्तेदार बनकर यदि कोई आपसे पैसा मांगता है तो आपके साथ फ्रॉड हो सकता है, इससे बचें.

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