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शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करने वालों का भंड़ाफोड़, रायपुर से दो आरोपी गिरफ्तार - Cyber Fraud

राजधानी रायपुर की पुलिस को शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने झांसा देकर ठगी करने वाले दो आरोपियों को धर दबोचा है. आरोपियों के खिलाफ पुलिस संबंधित धाराओं के तहत आगे कार्रवाई कर रही है.

FRAUDSTER ARRESTED IN RAIPUR
रायपुर से दो साइबर ठग गिरफ्तार (ETV Bharat Chhattisgarh)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jul 29, 2024, 7:02 PM IST

रायपुर : सोमवार को शेयर ट्रेडिंग के नाम से ठगी करने वाले 2 आरोपियों को रायपुर रेंज साइबर थाना की टीम ने अरेस्ट किया है. पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग राज्यों के कुल 80 पुलिस थानों और साइबर सेल में रिपोर्ट दर्ज है. ठगी में शामिल आरोपी सॉफ्टवेयर इंजीनियर और बैंक अकाउंट सप्लायर को दुर्ग से गिरफ्तार किया गया है.

शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा का झांसा देकर ठगी : पुलिस के मुताबिक, आमानाका थाना क्षेत्र के निवासी रिटायर्ड सिविल सर्जन डॉ प्रकाश गुप्ता ने शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा के नाम से ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी. ठगों ने उनसे 74 लाख 49 हज़ार रुपए की ठगी को अंजाम दिया था. शिकायत मिते ही 16 जुलाई को रेंज साइबर थाना रायपुर में केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरु की गई. इस दौरान साइबर पुलिस ने मोबाइल नंबरों को ट्रेस कर दुर्ग में आरोपियों के होने का पता लगाया. पुलिस की टीम दुर्ग से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

आरोपियों के बैंक खातों से बड़ा खुलासा : पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के बैंक खातों और मोबाइल नंबरों की जानकारी निकाली और जांच किया. इस दौरान खुलासा हुआ है कि आरोपी आशीष साहू कई बैंकों में खाता खुलवाकर अपने साथी आरोपी विकास चंद्राकर को पैसे ट्रांसफर करता था. विकास चंद्राकर के स्वयं के 10 से अधिक बैंक खाते हैं और एक्सयूवी कार की जानकारी भी पुलिस को मिली है. पकड़े गए आरोपी आशीष साहू और विकास चंद्राकर भिलाई जिला दुर्ग के रहने वाले हैं.

लोगों से बैंक खाता किराए पर लेता था आरोपी : आरोपी विकास चंद्राकर भिलाई का निवासी है. वह पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. वह वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल करता था और अन्य लोगों से बैंक खाता किराया में लेकर ठगी की रकम जमा कराता था. इन बैंक खातों में अलग-अलग राज्यों के लोगों से रकम जमा कराए गए हैं. उक्त बैंक खातों में रायपुर के पीड़ित से 25 लाख रुपए जमा करवाए गए थे. बैंक खातों के बदले में विकास चंद्राकर ने कमीशन के रूप में 3 लाख 70 हजार रुपये आशीष को दिया था.

आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई जारी : आरोपियों के खिलाफ के कई राज्यों के लगभग 80 पुलिस थाना और साइबर सेल में रिपोर्ट दर्ज है. आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 4 मोबाइल, 1 लैपटॉप 7 डेबिट कार्ड, एक कार जब्त किया है. वहीं आरोपी के बैंक खाते में जमा 8 लाख रुपये होल्ड कराया है. आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 420, 34 आईपीसी के तहत कार्रवाई की है.

रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी के बढ़ते केस को संज्ञान में लिया. रायपुर रेंज के आईजी ने रेंज साइबर थाना की टीम को तकनीकी साक्ष्य एकत्र कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद साइबर सेल ने ठगों के खिलाफ जांच तेज की. इसी कड़ी में सोमवार को पुलिस ने इन ठगों को गिरप्तार किया है.

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रायपुर : सोमवार को शेयर ट्रेडिंग के नाम से ठगी करने वाले 2 आरोपियों को रायपुर रेंज साइबर थाना की टीम ने अरेस्ट किया है. पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग राज्यों के कुल 80 पुलिस थानों और साइबर सेल में रिपोर्ट दर्ज है. ठगी में शामिल आरोपी सॉफ्टवेयर इंजीनियर और बैंक अकाउंट सप्लायर को दुर्ग से गिरफ्तार किया गया है.

शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा का झांसा देकर ठगी : पुलिस के मुताबिक, आमानाका थाना क्षेत्र के निवासी रिटायर्ड सिविल सर्जन डॉ प्रकाश गुप्ता ने शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा के नाम से ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी. ठगों ने उनसे 74 लाख 49 हज़ार रुपए की ठगी को अंजाम दिया था. शिकायत मिते ही 16 जुलाई को रेंज साइबर थाना रायपुर में केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरु की गई. इस दौरान साइबर पुलिस ने मोबाइल नंबरों को ट्रेस कर दुर्ग में आरोपियों के होने का पता लगाया. पुलिस की टीम दुर्ग से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

आरोपियों के बैंक खातों से बड़ा खुलासा : पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के बैंक खातों और मोबाइल नंबरों की जानकारी निकाली और जांच किया. इस दौरान खुलासा हुआ है कि आरोपी आशीष साहू कई बैंकों में खाता खुलवाकर अपने साथी आरोपी विकास चंद्राकर को पैसे ट्रांसफर करता था. विकास चंद्राकर के स्वयं के 10 से अधिक बैंक खाते हैं और एक्सयूवी कार की जानकारी भी पुलिस को मिली है. पकड़े गए आरोपी आशीष साहू और विकास चंद्राकर भिलाई जिला दुर्ग के रहने वाले हैं.

लोगों से बैंक खाता किराए पर लेता था आरोपी : आरोपी विकास चंद्राकर भिलाई का निवासी है. वह पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. वह वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल करता था और अन्य लोगों से बैंक खाता किराया में लेकर ठगी की रकम जमा कराता था. इन बैंक खातों में अलग-अलग राज्यों के लोगों से रकम जमा कराए गए हैं. उक्त बैंक खातों में रायपुर के पीड़ित से 25 लाख रुपए जमा करवाए गए थे. बैंक खातों के बदले में विकास चंद्राकर ने कमीशन के रूप में 3 लाख 70 हजार रुपये आशीष को दिया था.

आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई जारी : आरोपियों के खिलाफ के कई राज्यों के लगभग 80 पुलिस थाना और साइबर सेल में रिपोर्ट दर्ज है. आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 4 मोबाइल, 1 लैपटॉप 7 डेबिट कार्ड, एक कार जब्त किया है. वहीं आरोपी के बैंक खाते में जमा 8 लाख रुपये होल्ड कराया है. आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 420, 34 आईपीसी के तहत कार्रवाई की है.

रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी के बढ़ते केस को संज्ञान में लिया. रायपुर रेंज के आईजी ने रेंज साइबर थाना की टीम को तकनीकी साक्ष्य एकत्र कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद साइबर सेल ने ठगों के खिलाफ जांच तेज की. इसी कड़ी में सोमवार को पुलिस ने इन ठगों को गिरप्तार किया है.

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