हजारीबाग/धनबाद: साइबर अपराधियों का दुस्साहस कुछ इस कदर बढ़ता जा रहा है कि वह अब जिले के उपायुक्त का भी फेक व्हाट्सएप नंबर इस्तेमाल कर रहे हैं. इस नंबर में डीसी की तस्वीर लगी होती है ताकि लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा सके. ऐसा ही कुछ माजरा हजारीबाग उपायुक्त नैंसी सहाय और धनबाद डीसी माधवी मिश्रा के साथ हुआ है.
हजारीबाग उपायुक्त नैंसी सहाय को अपने फोटो युक्त फेक व्हाट्सएप आईडी बनाए जाने की सूचना जैसे ही मिली उन्होंने सभी लोगों से अपील की है कि उस व्हाट्सएप नंबर से किसी प्रकार के संदेश या मैसेज पर कोई प्रतिक्रिया न दे तथा उक्त नंबर को ब्लॉक कर दें.
हजारीबाग उपयुक्त में लोगों से कहा है कि अगर आपको लगता है कि कोई व्यक्ति उपायुक्त की फेक व्हाट्सएप आईडी का उपयोग कर रहा है, तो सबसे पहले पुष्टि करें कि व्हाट्सएप आईडी वास्तव में फेक है या आधिकारिक आईडी है. उपायुक्त कार्यालय को इस बारे में सूचित करें और उन्हें फेक आईडी के बारे में बताएं. फेक आईडी का उपयोग किसी गलत उद्देश्य के लिए किया जा रहा है, तो पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं.
वहीं, धनबाद डीसी माधवी मिश्रा के नाम पर +94 785948722 नंबर से फेक आईडी बनाई गई है. डीसी माधवी मिश्रा ने लोगों, अधिकारियों और शुभचिंतकों से अपील की है, कि उनकी इस तस्वीर लगी व्हाट्सएप पर कोई भी बात ना करें. इस तरह के लोगों के झांसे में ना आए. इन्होंने भी लोगों से अपील की है कि अगर इस तरह के नंबर से किसी के साथ ठगी होती है तो इसकी शिकायत पुलिस से करें.
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