दुर्ग: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में लगातार साइबर ठगी बढ़ती जा रही है. बात अगर आंकड़ों की करें तो दुर्ग पुलिस की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 8 महीने में 300 से अधिक लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार हुए हैं.
रिटायर्ड अधिकारी को बनाते हैं शिकार: दरअसल दुर्ग में एशिया का सबसे बड़ा स्टील प्लांट भिलाई स्टील प्लांट है. यहां हर महीने कोई न कोई कर्मचारी रिटायर होता है. उन्हें रिटायरमेंट के बाद लगभग करोड़ों रुपए भी मिलते हैं. पुलिस की मानें तो ठग भिलाई स्टील प्लांट से रिटायर हुए या रिटायर होने वाले लोगों की एक सूची तैयार करते हैं. इसके बाद वो ऐसे लोगों को अपना शिकार बनाते हैं. ये रिटायर्ड अधिकारी इनके टारगेट में होते हैं.
8 महीने में 300 से अधिक लोग ठगी के शिकार : पुलिस की मानें तो दुर्ग जिले में बीते आठ माह में 319 लोग धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं. ये थाने में शिकायत भी कर चुके हैं. इनमें टाउनशिप के भिलाई नगर थाना अंतर्गत रहने वाले लोग साइबर ठगों के सबसे ज्यादा निशाने पर रहते हैं. यहां सबसे ज्यादा 57 ठगी के केस दर्ज हुए हैं. वहीं सुपेला थाना क्षेत्र में अब तक 46 मामले दर्ज हो चुके हैं. इसके अलावा दुर्ग कोतवाली में 27 केस दर्ज हुए हैं. मोहन नगर थाने में 22 और पद्मनाभपुर थाने में 22 केस दर्ज हुए हैं.
"अधिकतर लोग केवल पैसे की लालच में आकर ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं. आम लोगों को समझना चाहिए कि आसान तरीके से पैसे ना तो डबल होंगे, ना ही अधिक मुनाफा मिलेगा. दुर्ग पुलिस की ओर से जन जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है.": जितेंद्र शुक्ला, एसपी, दुर्ग
दुर्ग पुलिस लगातार साइबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए काम कर रही है. पुलिस की ओर से लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है.
"लोगों को जागरूक करने के लिए व्हाट्सएप के 700 ग्रुप बनाए गए हैं. इस पर समय-समय पर लोगों को साइबर ठगों से बचाव के लिए जानकारी दी जाती है. दुर्ग पुलिस की लोगों से अपील है कि आसान तरीके से पैसे कमाने के झांसे या लालच में न आएं. ऐसे कोई भी मैसेज आने पर दो बार चेक करें. पास के थाने को सूचना दें. चीजों को समझ कर ही निवेश करें." -जितेंद्र शुक्ला, एसपी, दुर्ग
बता दें कि दुर्ग में लगातार बढ़ते साइबर ठगी के मामलों से पुलिस महकमे में भी हड़कंप मचा हुआ है. पुलिस लगातार लोगों से पैसों के लालच में आकर अपनी कमाई न गंवाने की अपील कर रही है. साथ ही पुलिस मैसेज आने पर पुलिस से संपर्क करने की बात कह रही है.