धनबादः कोयलांचल काले हीरे के लिए जानी जाती है. उस काले हीरे यानी कोयले से पूरा देश रोशन होता है. काले हीरे की धरती धनबाद में सिर्फ कोयला ही नहीं बल्कि फल की खेती भी हो रही है. फलों का राजा आम, जिसकी कई किस्में हैं. आज हम उस आम की बात करेंगे, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत काफी ज्यादा है. चौंकाने वाली यह बात जरूर है, लेकिन इसमें सच्चाई है. जापान में यह आम पाया जाता है, दुनिया में यह सबसे महंगी आम की किस्म है.
धनबाद के भूली के रहने वाले युवा किसान रवि निषाद अपने इलाके में पिछले 15 सालों से फलों और सब्जियों की खेती कर रहे हैं. जय धरती मां फाउंडेशन और रिसर्च संस्था के नाम से वह लगातार कृषि के क्षेत्र में काम कर रहे हैं. पर्यावरण संरक्षण और कृषि के क्षेत्र में विकास रवि का मुख्य उद्देश्य है. रवि ने अपने रिसर्च स्थान पर जापान के लाखों रुपए में बिकने वाले आम के पौधे लगाए हैं. इस आम का नाम मियाजाकी है. जापान के शहर के नाम से इस आम का नाम है.
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत ढाई से तीन लाख रुपए प्रति किलो है. रवि निषाद ने बताया कि हमने बंगाल के रहने वाले एक मित्र के माध्यम से आम की इस प्रजाति को यहां लाया है. रवि ने कहा कि धनबाद के वैसे किसान जिन्होंने जमीन रहते हुए खेती छोड़ दी है, उन्हें फिर से खेती में वापस लाना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है. पिछले दो सालों से रिसर्च चल रहा है. अब मियाजाकी के पेड़ में आम के फल लगने शुरू हो गए हैं. आम पकने के बाद बेहतर जानकारी के लिए इसे रिसर्च लैब में भेजा जाएगा.
वहीं आरपीए फार्मिंग के रंजीत कुमार ने बताया कि यहां सेब, अंजीर और चीकू सहित कई तरह के फल लगाए गए हैं. जापान के आम मियाजाकी को धनबाद की धरती पर लाकर टेस्ट किया जा रहा है. इसके बेहतर परिणाम देखने को अब मिल रहे हैं. बहरहाल कोयलांचल की काली धरती पर विदेशी आम देखने के लिए तो मिल ही रहे हैं, अगर यह पूरी तरह से सफल होते हैं, तो धनबाद के लोग भी इस लखटकिया आम का सेवन कर सकेंगे.
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