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CUET UG 2024 : इस बार ऑफलाइन हो सकती है परीक्षा, केवल 6 सब्जेक्ट ही चुन सकेंगे अभ्यर्थी! - नेशनल टेस्टिंग एजेंसी

इस बार CUET UG 2024 के कुछ एग्जाम ऑफलाइन हो सकते हैं. इससे एनटीए को भी सहूलियत होगी, क्योंकि अधिक सेशन में परीक्षाओं का आयोजन नहीं होगा. वहीं, अभ्यर्थियों को बीते साल 10 सब्जेक्ट के चुनाव की सुविधा थी, जिसके लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को कई कॉम्बिनेशन बनाने पड़ते थे, लेकिन अब इसकी संख्या कम करके 6 हो जाएगी.

CUET UG 2024
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 15, 2024, 3:38 PM IST

कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट कमल सिंह चौहान

कोटा. देश की कई प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में प्रवेश के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने साल 2022 में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET UG) का आयोजन शुरू किया था. इस साल यह परीक्षा तीसरी बार आयोजित होने जा रही है. इसके लिए एनटीए ने 15 से 31 मई के बीच परीक्षाओं के आयोजन ऐलान किया है. हालांकि, इस बार सीयूईटी यूजी 2024 (CUET UG 2024) के एग्जाम में कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं. कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट कमल सिंह चौहान का मानना है कि इस बार यह परीक्षा कुछ सब्जेक्ट में पेन पेपर मोड पर आयोजित हो सकती है. इससे अभ्यर्थियों को कई फायदे होंगे.

साथ ही एनटीए को भी ज्यादा सेशन में परीक्षाओं का आयोजन नहीं करना पड़ेगा. वहीं, अभ्यर्थियों को बीते साल 10 सब्जेक्ट के चुनाव की सुविधा थी, जिसके लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को कई कॉम्बिनेशन बनाने पड़ते थे. हालांकि, अब इसे कम करके 6 कर दिया जाएगा. एजुकेशन एक्सपर्ट चौहान का कहना है कि फरवरी के तीसरे सप्ताह में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी सीयूईटी यूजी के रजिस्ट्रेशन शुरू कर सकती है. इस बार रजिस्ट्रेशन की संख्या भी करीब 20 लाख के आसपास पहुंच सकती है. इस परीक्षा के जरिए ग्रेजुएशन, बीटेक व इंटीग्रेटेड कोर्सेज में एडमिशन मिल सकता है, जिनमें बीटेक, बीकॉम, एमबीए सहित कई कोर्सेज हैं.

इसे भी पढ़ें - CUET UG Exam : देशभर के 242 विवि में एडमिशन के लिए शुरू हुई 'सीयूईटी यूजी' परीक्षाएं

जेईई, नीट के साथ ही स्टूडेंट्स को मिलेंगे मल्टीप्ल ऑप्शन : सीयूईटी यूजी एग्जाम में 12वीं की एग्जाम दे रहे या फिर एग्जाम दे चुके अभ्यर्थी बैठ सकते हैं. बीते साल जहां करीब 16 लाख विद्यार्थियों ने सेट ग के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया था. उसके बाद परीक्षा में करीब 14.5 लाख विद्यार्थी बैठे थे. वहीं, एक्सपर्ट चौहान का मानना है कि इस बार यह संख्या काफी ज्यादा बढ़ सकती है. उन्हें उम्मीद है कि इस बार 20 लाख के आसपास अभ्यर्थी इस परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाएंगे, क्योंकि जैसे-जैसे एग्जाम की अवेयरनेस बढ़ रही है, वैसे-वैसे बच्चों का पार्टिसिपेशन बढ़ रहा है. सरकार भी चाह रही है कि बच्चों को मल्टीप्ल ऑप्शन के लिए मोटिवेट किया जाए. स्टूडेंट जेईई, नीट के साथ ऑप्शन के रूप में इस परीक्षा में भी शामिल हो सकते हैं.

इस बार यूनिवर्सिटी बढ़कर हो सकती है 300 : एक्सपर्ट चौहान का कहना है कि सीयूईटी यूजी एग्जाम में सबसे बड़ा आकर्षण सेंट्रल यूनिवर्सिटी होती है. इसके बाद विद्यार्थी स्टेट यूनिवर्सिटीज में भी प्रवेश के लिए सीयूईटी यूजी एग्जाम को प्रेफर कर रहे हैं. परीक्षा में बीते साल 45 सेंट्रल, 37 स्टेट, 32 डीम्ड और 133 प्राइवेट यूनिवर्सिटी शामिल थी. इसके अलावा इंडियन कौंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च, इंडियन कुलिनरी इंस्टीट्यूट और इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ ट्रैवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट के संस्थानों में भी प्रवेश मिलता है. ऐसे में इस बार यूनिवर्सिटीज की संख्या बढ़ सकती है. यह 300 से ज्यादा हो सकती है.

इसे भी पढ़ें - CUET UG Reopens: सीयूईटी-यूजी के लिए आवेदन खिड़की फिर से खुली

परीक्षा में ये हो सकते हैं बदलाव

  1. कमल सिंह चौहान का कहना है कि सीयूईटी यूजी में इस बार चार बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे. इसके तहत जहां पर साल 2022 में विद्यार्थियों को 9 सब्जेक्ट चुनने की सुविधा थी. 2023 में इन्हें बढ़ाकर 10 कर दिया गया था. अब 2024 में इन्हें 6 किया जा रहा है. इसका कारण है कि बीते एग्जाम के डाटा के अनुसार रिसर्च में यह सामने आया है कि तीन से चार सब्जेक्ट का चुनाव ही विद्यार्थी करते हैं. कुछ विद्यार्थी 5 या 6 भी फील करते हैं, लेकिन अधिकांश नहीं भरते हैं. ज्यादा सब्जेक्ट होने पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को कॉन्बिनेशन ज्यादा बनाने पड़ते हैं और विद्यार्थी को भी अलग-अलग शिफ्ट में परीक्षा देनी पड़ती है. कम सब्जेक्ट होने से तय समय पर परीक्षा पूरी हो जाएगी. स्टूडेंट लैंग्वेज में इंग्लिश, हिंदी या अन्य कोई रीजनल लैंग्वेज का चयन करता है. इसके अलावा तीन डोमेन स्पेसिफिक सब्जेक्ट होते हैं और एक जनरल टेस्ट (GT) होता है. ऐसे में बहुत ज्यादा कॉन्बिनेशन नहीं बनेंगे और इससे काफी आसानी से इसका शेड्यूल बनाया जा सकता है.
  2. जिन सब्जेक्ट को विद्यार्थी ज्यादा चयन करते हैं, उनका पेपर कई शिफ्ट में आयोजित होते हैं. इन माय लैंग्वेज और जीटी को ज्यादा विद्यार्थी चयनित करते हैं, क्योंकि जीटी के आधार पर ही कई यूनिवर्सिटी एडमिशन देते हैं. इसलिए उनकी परीक्षा कई पारियों में होती है. फिर इसके बाद स्कोर को नॉर्मलाइज भी किया जाता है. ऐसे में एनटीए इन अभ्यर्थियों की परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) की जगह ऑफलाइन पेन पेपर मोड पर नीट यूजी की तरह कराए जाने की योजना बना रहा है. इससे परीक्षा भी एक ही पारी में हो जाएगी. परीक्षा के सेंटर कम होने के चलते विद्यार्थियों को ज्यादा दूरी तय करनी पड़ती थी. इस समस्या से भी विद्यार्थियों को निजात मिल जाएगा. एनटीए डिस्ट्रिक्ट लेवल पर ही केंद्र बना देगा, जहां पर विद्यार्थी जाकर एग्जाम दे सकेंगे.
  3. सब्जेक्ट ज्यादा चयन करने पर उनके कॉम्बिनेशन भी ज्यादा बन जाते हैं और परीक्षा लंबे समय तक चलती है. पहले साल 2022 में कई चरणों में यह परीक्षा आयोजित हुई थी. बीते साल 2023 में इस परीक्षा के सेशन कम कर दिए गए थे, लेकिन तारीख बढ़ानी पड़ी थी.
  4. बीते दोनों सालों में यह परीक्षा दो शिफ्ट में हुई थी, लेकिन इस बार इसे तीन शिफ्ट में आयोजित किया जाएगा. सुबह 9:00 से 11, दोपहर में 12:30 से 2 और शाम को 4:00 से 5:30 बजे तक प्रस्तावित है.

कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट कमल सिंह चौहान

कोटा. देश की कई प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में प्रवेश के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने साल 2022 में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET UG) का आयोजन शुरू किया था. इस साल यह परीक्षा तीसरी बार आयोजित होने जा रही है. इसके लिए एनटीए ने 15 से 31 मई के बीच परीक्षाओं के आयोजन ऐलान किया है. हालांकि, इस बार सीयूईटी यूजी 2024 (CUET UG 2024) के एग्जाम में कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं. कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट कमल सिंह चौहान का मानना है कि इस बार यह परीक्षा कुछ सब्जेक्ट में पेन पेपर मोड पर आयोजित हो सकती है. इससे अभ्यर्थियों को कई फायदे होंगे.

साथ ही एनटीए को भी ज्यादा सेशन में परीक्षाओं का आयोजन नहीं करना पड़ेगा. वहीं, अभ्यर्थियों को बीते साल 10 सब्जेक्ट के चुनाव की सुविधा थी, जिसके लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को कई कॉम्बिनेशन बनाने पड़ते थे. हालांकि, अब इसे कम करके 6 कर दिया जाएगा. एजुकेशन एक्सपर्ट चौहान का कहना है कि फरवरी के तीसरे सप्ताह में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी सीयूईटी यूजी के रजिस्ट्रेशन शुरू कर सकती है. इस बार रजिस्ट्रेशन की संख्या भी करीब 20 लाख के आसपास पहुंच सकती है. इस परीक्षा के जरिए ग्रेजुएशन, बीटेक व इंटीग्रेटेड कोर्सेज में एडमिशन मिल सकता है, जिनमें बीटेक, बीकॉम, एमबीए सहित कई कोर्सेज हैं.

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जेईई, नीट के साथ ही स्टूडेंट्स को मिलेंगे मल्टीप्ल ऑप्शन : सीयूईटी यूजी एग्जाम में 12वीं की एग्जाम दे रहे या फिर एग्जाम दे चुके अभ्यर्थी बैठ सकते हैं. बीते साल जहां करीब 16 लाख विद्यार्थियों ने सेट ग के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया था. उसके बाद परीक्षा में करीब 14.5 लाख विद्यार्थी बैठे थे. वहीं, एक्सपर्ट चौहान का मानना है कि इस बार यह संख्या काफी ज्यादा बढ़ सकती है. उन्हें उम्मीद है कि इस बार 20 लाख के आसपास अभ्यर्थी इस परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाएंगे, क्योंकि जैसे-जैसे एग्जाम की अवेयरनेस बढ़ रही है, वैसे-वैसे बच्चों का पार्टिसिपेशन बढ़ रहा है. सरकार भी चाह रही है कि बच्चों को मल्टीप्ल ऑप्शन के लिए मोटिवेट किया जाए. स्टूडेंट जेईई, नीट के साथ ऑप्शन के रूप में इस परीक्षा में भी शामिल हो सकते हैं.

इस बार यूनिवर्सिटी बढ़कर हो सकती है 300 : एक्सपर्ट चौहान का कहना है कि सीयूईटी यूजी एग्जाम में सबसे बड़ा आकर्षण सेंट्रल यूनिवर्सिटी होती है. इसके बाद विद्यार्थी स्टेट यूनिवर्सिटीज में भी प्रवेश के लिए सीयूईटी यूजी एग्जाम को प्रेफर कर रहे हैं. परीक्षा में बीते साल 45 सेंट्रल, 37 स्टेट, 32 डीम्ड और 133 प्राइवेट यूनिवर्सिटी शामिल थी. इसके अलावा इंडियन कौंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च, इंडियन कुलिनरी इंस्टीट्यूट और इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ ट्रैवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट के संस्थानों में भी प्रवेश मिलता है. ऐसे में इस बार यूनिवर्सिटीज की संख्या बढ़ सकती है. यह 300 से ज्यादा हो सकती है.

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परीक्षा में ये हो सकते हैं बदलाव

  1. कमल सिंह चौहान का कहना है कि सीयूईटी यूजी में इस बार चार बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे. इसके तहत जहां पर साल 2022 में विद्यार्थियों को 9 सब्जेक्ट चुनने की सुविधा थी. 2023 में इन्हें बढ़ाकर 10 कर दिया गया था. अब 2024 में इन्हें 6 किया जा रहा है. इसका कारण है कि बीते एग्जाम के डाटा के अनुसार रिसर्च में यह सामने आया है कि तीन से चार सब्जेक्ट का चुनाव ही विद्यार्थी करते हैं. कुछ विद्यार्थी 5 या 6 भी फील करते हैं, लेकिन अधिकांश नहीं भरते हैं. ज्यादा सब्जेक्ट होने पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को कॉन्बिनेशन ज्यादा बनाने पड़ते हैं और विद्यार्थी को भी अलग-अलग शिफ्ट में परीक्षा देनी पड़ती है. कम सब्जेक्ट होने से तय समय पर परीक्षा पूरी हो जाएगी. स्टूडेंट लैंग्वेज में इंग्लिश, हिंदी या अन्य कोई रीजनल लैंग्वेज का चयन करता है. इसके अलावा तीन डोमेन स्पेसिफिक सब्जेक्ट होते हैं और एक जनरल टेस्ट (GT) होता है. ऐसे में बहुत ज्यादा कॉन्बिनेशन नहीं बनेंगे और इससे काफी आसानी से इसका शेड्यूल बनाया जा सकता है.
  2. जिन सब्जेक्ट को विद्यार्थी ज्यादा चयन करते हैं, उनका पेपर कई शिफ्ट में आयोजित होते हैं. इन माय लैंग्वेज और जीटी को ज्यादा विद्यार्थी चयनित करते हैं, क्योंकि जीटी के आधार पर ही कई यूनिवर्सिटी एडमिशन देते हैं. इसलिए उनकी परीक्षा कई पारियों में होती है. फिर इसके बाद स्कोर को नॉर्मलाइज भी किया जाता है. ऐसे में एनटीए इन अभ्यर्थियों की परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) की जगह ऑफलाइन पेन पेपर मोड पर नीट यूजी की तरह कराए जाने की योजना बना रहा है. इससे परीक्षा भी एक ही पारी में हो जाएगी. परीक्षा के सेंटर कम होने के चलते विद्यार्थियों को ज्यादा दूरी तय करनी पड़ती थी. इस समस्या से भी विद्यार्थियों को निजात मिल जाएगा. एनटीए डिस्ट्रिक्ट लेवल पर ही केंद्र बना देगा, जहां पर विद्यार्थी जाकर एग्जाम दे सकेंगे.
  3. सब्जेक्ट ज्यादा चयन करने पर उनके कॉम्बिनेशन भी ज्यादा बन जाते हैं और परीक्षा लंबे समय तक चलती है. पहले साल 2022 में कई चरणों में यह परीक्षा आयोजित हुई थी. बीते साल 2023 में इस परीक्षा के सेशन कम कर दिए गए थे, लेकिन तारीख बढ़ानी पड़ी थी.
  4. बीते दोनों सालों में यह परीक्षा दो शिफ्ट में हुई थी, लेकिन इस बार इसे तीन शिफ्ट में आयोजित किया जाएगा. सुबह 9:00 से 11, दोपहर में 12:30 से 2 और शाम को 4:00 से 5:30 बजे तक प्रस्तावित है.
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