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पटना में सीटेट की परीक्षा, परीक्षार्थी बोले- 'जियोग्राफी और फिजिक्स के प्रश्नों ने किया परेशान'

Patna CTET Exam: बिहार के पटना में सीटेट की परीक्षा में जियोग्राफी और फिजिक्स के प्रश्न कठिन थे. ऐसा कहना परीक्षा देकर निकले परीक्षार्थियों ने कहा. कुछ परीक्षार्थी ने पेपर को सही बताया है. पढ़ें पूरी खबर.

पटना में सीटेट की परीक्षा
पटना में सीटेट की परीक्षा
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jan 21, 2024, 5:00 PM IST

पटना में सीटेट की परीक्षा

पटनाः रविवार को देश भर के 135 शहरों में सीटेट की परीक्षा आयोजित की गई है. पहले शिफ्ट में सेकंड पेपर कक्षा 6 से 8 के लिए परीक्षा आयोजित की गई और दूसरे में फर्स्ट पेपर कक्षा 1 से 5 के लिए परीक्षा हुई. पहले शिफ्ट में सेकंड पेपर की परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों ने कहा कि सोशल साइंस सब्जेक्ट में जियोग्राफी से अधिक प्रश्न पूछे गए और उसने परेशान भी किया. विज्ञान विषय के परीक्षार्थियों ने कहा कि फिजिक्स के सवालों ने काफी उलझाया है.

'जियोग्राफी से अधिक प्रश्न थे': भाषा विषय के परीक्षार्थियों ने कहा कि पैराग्राफ देकर जो सवाल पूछे गए थे, उसमें काफी समय लगे. सामाजिक विज्ञान की परीक्षार्थी परमजीत कुमार ने कहा कि क्वेश्चन का लेवल मॉडरेट था और उनकी परीक्षा ठीक-ठाक गई है. क्वेश्चन का लेवल एक स्टैंडर्ड का था. परीक्षार्थी अरविंद कुमार ने कहा कि उनकी परीक्षा अच्छी नहीं गई है, क्योंकि क्वेश्चन उन्हें कठिन लगे. सामाजिक विज्ञान में जियोग्राफी से अधिक प्रश्न पूछे गए थे और न्यू एजुकेशन पॉलिसी 2020 से भी सवाल पूछे गए थे.

'क्वेश्चन का लेवल टफ रहा': इसके अलावा कुछ संविधान संशोधन से संबंधित सवाल थे. परीक्षार्थी कुणाल ने कहा कि इस बार का क्वेश्चन का लेवल टफ रहा लेकिन उन्हें लगता है कि वह पास कर जाएंगे. विकास कुमार ने कहा कि उन्होंने विज्ञान विषय के लिए परीक्षा दी है. उन्होंने कहा कि जो एनसीईआरटी को गहनता से अध्ययन किया है, उनका पेपर अच्छा गया होगा.

"एनसीईआरटी क्वेश्चन में जो छोटे-छोटे पेंटर दिए जाते हैं, उन सब से भी सवाल पूछे गए थे. प्रश्न ऐसे थे कि एक नजर से पढ़कर नहीं सॉल्व कर सकते. एक शिक्षक बनने के लिए जो पात्रता परीक्षा होती है उसका स्टैंडर्ड क्वेश्चन पेपर में दिखा." - विकास कुमार, परीक्षार्थी

'पेपर मॉडरेट लेवल का था': विज्ञान विषय के लिए परीक्षा दे कर निकली अंजली कुमारी ने कहा कि क्वेश्चन पेपर मॉडरेट लेवल का था और फिजिक्स से अधिक प्रश्न पूछे गए थे. इसके अलावा एनसीईआरटी पैटर्न को देखते हुए सवाल था. अपनी 6 माह के दूध मुहे बच्चों को लेकर परीक्षा देने पहुंची कुमारी अंजली ने कहा कि उन्होंने सामाजिक विज्ञान विषय के लिए परीक्षा दिया है. परीक्षा उनकी अच्छी गई है और नारी शक्ति वंदन अधिनियम से भी सवाल थे जिसे उन्होंने हल किया है.

'कुछ प्रश्न छूट गए': अंग्रेजी विषय के लिए परीक्षा देकर निकली शारदा कुमारी ने कहा कि परीक्षा के प्रश्न अच्छे थे, लेकिन टाइम टेकिंग वाले थे. प्रश्न सभी आ रहे थे लेकिन समय कम पड़ गए. इस कारण कुछ सवाल छूट गए. पैराग्राफ देकर जो सवाल पूछे गए थे, उसमें टाइम टेकिंग अधिक लगा.

यह भी पढ़ेंः 'छप्पर नुमा घर, छत से टपकता बारिश का पानी', नालंदा के शहजाद अंजुम बने कल्याण पदाधिकारी

पटना में सीटेट की परीक्षा

पटनाः रविवार को देश भर के 135 शहरों में सीटेट की परीक्षा आयोजित की गई है. पहले शिफ्ट में सेकंड पेपर कक्षा 6 से 8 के लिए परीक्षा आयोजित की गई और दूसरे में फर्स्ट पेपर कक्षा 1 से 5 के लिए परीक्षा हुई. पहले शिफ्ट में सेकंड पेपर की परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों ने कहा कि सोशल साइंस सब्जेक्ट में जियोग्राफी से अधिक प्रश्न पूछे गए और उसने परेशान भी किया. विज्ञान विषय के परीक्षार्थियों ने कहा कि फिजिक्स के सवालों ने काफी उलझाया है.

'जियोग्राफी से अधिक प्रश्न थे': भाषा विषय के परीक्षार्थियों ने कहा कि पैराग्राफ देकर जो सवाल पूछे गए थे, उसमें काफी समय लगे. सामाजिक विज्ञान की परीक्षार्थी परमजीत कुमार ने कहा कि क्वेश्चन का लेवल मॉडरेट था और उनकी परीक्षा ठीक-ठाक गई है. क्वेश्चन का लेवल एक स्टैंडर्ड का था. परीक्षार्थी अरविंद कुमार ने कहा कि उनकी परीक्षा अच्छी नहीं गई है, क्योंकि क्वेश्चन उन्हें कठिन लगे. सामाजिक विज्ञान में जियोग्राफी से अधिक प्रश्न पूछे गए थे और न्यू एजुकेशन पॉलिसी 2020 से भी सवाल पूछे गए थे.

'क्वेश्चन का लेवल टफ रहा': इसके अलावा कुछ संविधान संशोधन से संबंधित सवाल थे. परीक्षार्थी कुणाल ने कहा कि इस बार का क्वेश्चन का लेवल टफ रहा लेकिन उन्हें लगता है कि वह पास कर जाएंगे. विकास कुमार ने कहा कि उन्होंने विज्ञान विषय के लिए परीक्षा दी है. उन्होंने कहा कि जो एनसीईआरटी को गहनता से अध्ययन किया है, उनका पेपर अच्छा गया होगा.

"एनसीईआरटी क्वेश्चन में जो छोटे-छोटे पेंटर दिए जाते हैं, उन सब से भी सवाल पूछे गए थे. प्रश्न ऐसे थे कि एक नजर से पढ़कर नहीं सॉल्व कर सकते. एक शिक्षक बनने के लिए जो पात्रता परीक्षा होती है उसका स्टैंडर्ड क्वेश्चन पेपर में दिखा." - विकास कुमार, परीक्षार्थी

'पेपर मॉडरेट लेवल का था': विज्ञान विषय के लिए परीक्षा दे कर निकली अंजली कुमारी ने कहा कि क्वेश्चन पेपर मॉडरेट लेवल का था और फिजिक्स से अधिक प्रश्न पूछे गए थे. इसके अलावा एनसीईआरटी पैटर्न को देखते हुए सवाल था. अपनी 6 माह के दूध मुहे बच्चों को लेकर परीक्षा देने पहुंची कुमारी अंजली ने कहा कि उन्होंने सामाजिक विज्ञान विषय के लिए परीक्षा दिया है. परीक्षा उनकी अच्छी गई है और नारी शक्ति वंदन अधिनियम से भी सवाल थे जिसे उन्होंने हल किया है.

'कुछ प्रश्न छूट गए': अंग्रेजी विषय के लिए परीक्षा देकर निकली शारदा कुमारी ने कहा कि परीक्षा के प्रश्न अच्छे थे, लेकिन टाइम टेकिंग वाले थे. प्रश्न सभी आ रहे थे लेकिन समय कम पड़ गए. इस कारण कुछ सवाल छूट गए. पैराग्राफ देकर जो सवाल पूछे गए थे, उसमें टाइम टेकिंग अधिक लगा.

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