अररिया: बिहार की अररिया लोकसभा सीट राष्ट्रीय जनता दल के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है. पार्टी ने भले ही पूर्व सांसद सरफराज आलम की जगह पूर्व मंत्री शाहनवाज आलम को टिकट दे दिया हो लेकिन दोनों के बीच सुलह होने की बजाय कलह बढ़ती जा रही है. सरफराज के हालिया वीडियो से साफ पता चलता है कि वह बेहद दुखी हैं और चुप बैठने वाले नहीं हैं. वीडियो में सार्वजनिक तौर पर वह रो-रोकर अपना दर्द साझा कर रहे हैं.
मंच पर फूट-फूट कर रोए पूर्व सांसद : दरअसल, शुक्रवार को सरफराज आलम अपने समर्थकों के साथ बैठक कर रहे थे. जहां मीटिंग को संबोधित करते हुए अचानक वह भावुक हो गए. अपने पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री तस्लीमुद्दीन को याद करते हुए रोने लगे. इस वीडियो में वह न केवल अपना दर्द साझा कर रहे हैं, बल्कि आलाकमान के प्रति अपनी नाराजगी भी जाहिर कर रहे हैं.
आरजेडी से बगावत कर सकते हैं सरफराज?: टिकट नहीं मिलने के कारण पूर्व सांसद सरफराज आलम बेहद नाराज हैं. इलाके में चर्चा है कि वह आरजेडी से बगावत कर चुनाव भी लड़ सकते हैं. वह यहां से 2018 में पिता तस्लीमुद्दीन के निधन के बाद उपचुनाव में आरजेडी के टिकट पर जीत चुके हैं. हालांकि 2019 में उनको हार का सामना करना पड़ा था. इससे पहले वह कई बार जोकीहाट से विधायक रह चुके हैं.
दोनों भाइयों में अदावत : अररिया लोकसभा क्षेत्र का कई बार प्रतिनिधित्व कर चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री तस्लीमुद्दीन के दोनों बेटों में अदावत है. पिछली बार 2020 के विधानसभा चुनाव में भी दोनों जोकीहाट सीट से आरजेडी के दावेदार थे. बड़े भाई को टिकट मिला तो छोटे भाई एआईएमआईएम के साथ चले गए और चुनाव जीत भी गए. हालांकि वह बाद में चार विधायकों के साथ पार्टी में लौट आए.
छोटे भाई शाहनवाज को मिला आरजेडी का सिंबल: इस बार लोकसभा चुनाव के लिए आरजेडी ने सरफराज के बदले शाहनवाज को टिकट दिया है, क्योंकि माना जा रहा है कि उनकी छवि और लोकप्रियता बड़े भाई की तुलना में बेहतर है. तेजस्वी यादव जब नीतीश कुमार के साथ सरकार में डिप्टी सीएम बने तो उनको मंत्री भी बनाया था. अपने टिकट कटने से सरफराज न केवल शाहनवाज से नाराज हैं, बल्कि लालू यादव और तेजस्वी यादव से भी खफा हैं.
ये भी पढ़ें:
अररिया: चुनाव के बाद आमने-सामने दो भाई, सरफराज आलम ने छोटे भाई को दी जान से मारने की धमकी