लखनऊ : प्रदेश के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में 24 घंटे में ऑनलाइन पैथोलॉजी रिपोर्ट देने की तैयारी शुरू हो गई है. इस संबंध में सभी सीएचसी के अधीक्षकों को स्टॉफ व तकनीकी संसाधन का इंतजाम करने का निर्देश दिया गया है. बता दें कि प्रदेश में 940 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 3604 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दावा है कि अब हर सीएससी-पीएचसी में पैथोलॉजी की रिपोर्ट ऑनलाइन उपलब्ध है, लेकिन सच्चाई कुछ और ही है. ईटीवी भारत की टीम जब अस्पताल पहुंची काउंटर पर रिपोर्ट लेने के लिए लोगों की भीड़ दिखी.
प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार विस्तार किया जा रहा है. सभी जिला चिकित्सालयों की ओपीडी और पैथोलॉजी सुविधाओं को भी सुदृढ़ किया गया है. अब सीएचसी में जांच रिपोर्ट देने की रणनीति अपनाई गई है. प्रयोग के तौर पर लखनऊ की मोहनलालगंज सीएचसी में इसकी शुरुआत की गई. यहां पैथोलॉजी में ब्लड और यूरिन सहित अन्य जांचें शुरू कराई गईं. यह प्रयोग सफल होने के बाद अब अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी पैथोलॉजी की सुविधा बढ़ाने, 24 घंटे में ऑनलाइन जांच रिपोर्ट देने की तैयारी है.
पैथोलॉजी काउंटर पर लगती है लंबी लाइन : बता दें कि सरकारी चिकित्सा संस्थान में हर जगह अब ऑनलाइन सुविधा शुरू हो गई है. यहां तक की पैथोलॉजी की रिपोर्ट भी ऑनलाइन उपलब्ध हो रही है. अस्पतालों में लगने वाली भीड़ से छुटकारा पाने के लिए यह सुविधा शुरू की गई थी. बावजूद इसके तमाम लोग पैथोलॉजी काउंटर के बाहर लाइन में लगकर रिपोर्ट ले रहे हैं.
अल्कापुरी निवासी मोहम्मद जमाल अहमद ने बताया कि ऑनलाइन सुविधा अच्छी है, लेकिन अभी थोड़ी जल्दबाजी में थे तो सोचा अस्पताल जाकर ही रिपोर्ट ले लें. चारबाग निवासी अवंतिका द्विवेदी ने बताया कि अभी रिपोर्ट लेने के लिए आए हुए हैं. सुबह जांच हो गई थी, फिर उसके बाद 2 बजे तक रिपोर्ट मिल जाती है. वैसे यह सुविधा बहुत अच्छी है. अस्पताल में इलाज भी अच्छा मिलता है.
ऑनलाइन के बजाय हार्डकॉपी पर ज्यादा भरोसा : जियामऊ निवासी बिंदु मौर्या ने कहा कि सरकार ने यह बहुत अच्छा नियम बनाया है कि घर बैठे आप ऑनलाइन रिपोर्ट ले सकते हैं. इससे पहले मैंने कई बार ऑनलाइन रिपोर्ट निकाली है. लेकिन, इस बार मुझे तुरंत डॉक्टर को दिखाना भी था तो इसलिए मौके से रिपोर्ट ले रहे हैं. ऐशबाग निवासी संगीता सिंह ने कहा कि ऑनलाइन रिपोर्ट मिलना अच्छी बात है, लेकिन इसके लिए अभी लोगों को जानकारी नहीं है. जानकारी के अभाव में लोग अस्पताल जाकर रिपोर्ट लेते हैं. अमीनाबाद निवासी कबीर सोनकर ने कहा कि प्रदेश सरकार की यह बहुत ही अच्छी पहल है. सभी सीएचसी व पीएचसी जिला अस्पताल में यह सुविधा शुरू हुई है. बहुत सारे लोगों को अभी जानकारी नहीं है. जानकारी नहीं होने के कारण लोग भीड़ में लगकर रिपोर्ट लेते हैं.
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि पैथोलॉजी में जांच सुविधाएं बढ़ाने से मरीजों को उनके घर के आसपास ही उपचार और जांच की सुविधाएं मिल सकेंगी. सीएचसी से तमाम मरीज जिला अस्पताल सिर्फ जांच कराने के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में सभी सीएचसी अधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि सीबीसी, बॉयोकेमेस्ट्री और अन्य जांच के लिए सभी तैयारी पूरी कर लें.