कानपुर : अक्सर जब कोई व्यक्ति काफी ज्यादा दुखी या फिर परेशान होता है तो वह ईश्वर को जरूर याद करता है. कानपुर में एक ऐसा माता रानी का मंदिर है जहां की मान्यता है कि दर्शन मात्र से ही आपके व परिवार के सभी संकट और दुख खत्म हो जाते हैं. इसके साथ ही आपकी मनोकामना भी पूरी होती है. शहर के बिरहाना रोड स्थित मां संकटा माता के इस मंदिर में नवरात्र पर लाखों की संख्या में भक्ति दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. वहीं, मनोकामना पूरी होने के बाद यहां पर सुहागलें करने की भी परंपरा है. इस मंदिर में दर्शन करने के लिए भक्त काफी दूर-दूर से आते हैं.
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान मंदिर के पुजारी नरेश कुमार ने बताया कि, यह मंदिर सैकड़ों वर्ष पुराना है. इस मंदिर में रोजाना काफी बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता रानी के दर्शन करने के लिए आते हैं. नवरात्र में यहां पर लाखों की संख्या में कानपुर शहर ही नहीं बल्कि कई जनपदों से लोग दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. इस मंदिर की मान्यता है कि जो भी भक्ति मंदिर में आकर श्रद्धा भाव से माता रानी से अपनी मनोकामना मांगता है तो मैया उसकी हर मुराद को पूरी करती हैं. उन्होंने बताया कि, अगर किसी व्यक्ति पर किसी प्रकार कोई संकट है या उसे कोई परेशानी है तो वह अगर सच्चे मन से संकटा माता के मंदिर में जाकर शीश झुकाता है तो उसके बड़े से बड़े संकट को माता रानी हरण कर लेती हैं.
दर्शन करने के लिए पहुंचे भक्त अमरनाथ ने बताया कि, इस मंदिर की विशेष मान्यता यह है कि यहां पर दर्शन मात्र से ही बड़े से बड़ा संकट टल जाता है. उन्होंने बताया कि उन पर यात्रा के दौरान काफी बड़ी विपदा आई थी तब उनकी पत्नी ने माता रानी से उनके सकुशल लौटने की प्रार्थना की थी, तब से वह अपने परिवार के साथ माता संकटा के दर्शन करने के लिए आते हैं. श्रद्धालु रिचा ने बताया कि वह भी काफी लंबे समय से माता रानी के दर्शन करने के लिए आ रही हैं. उन्होंने बताया कि, जो भी भक्त सच्चे मन से यहां पर आकर माता रानी से अपनी मनोकामना मांगता है तो माता रानी उसकी सभी मनोकामनाएं जरूर पूरी करती हैं.
मंदिर के पुजारी नरेश कुमार ने बताया कि, जिन भक्तों की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं वह यहां पर आकर चना, दही, पुआ गुड़, पेड़ा जिसकी जैसी जो भी श्रद्धा होती है वह यहां पर आकर सुहागलें करवाता है. इसके साथ ही वह यहां पर माता की पावन ज्योति भी जलाते हैं. उन्होंने बताया कि इन दिनों शारदीय नवरात्र का पर्व चल रहा है ऐसे में जो श्रद्धालु हैं वह सुबह-शाम मंदिर पहुंचकर मां की पूजा अर्चना कर रहे हैं.
सुरक्षा को लेकर किए गए खास इंतजाम : मंदिर के पुजारी नरेश कुमार ने बताया कि, नवरात्र के पावन पर्व को लेकर इस बार मंदिर प्रशासन और पुलिस प्रशासन के द्वारा विशेष इंतजाम किए गए हैं. किसी भी भक्त को किसी तरह की कोई असुविधा न हो सके इसको लेकर महिला और पुरुष की अलग-अलग लाइनों की व्यवस्था की गई है. पूरे मंदिर प्रांगण को सीसीटीवी कैमरों से लैस किया गया है. उन्होंने बताया कि, सुबह मंगला आरती के बाद माता रानी के कपाट 4:00 बजे भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे. इसके बाद भक्त बारी-बारी से माता रानी के दर्शन कर सकेंगे.
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